बाढ़पीड़ितों को तत्काल सहायता की मांग
धरना देते माले कार्यकर्ता . अरवल : सदर प्रखंड मुख्यालय पर भाकपा माले की जिला कमेटी द्वारा बाढ़पीड़ितों को तत्काल सहायता की मांग को लेकर धरना दिया गया. इसकी अध्यक्षता पार्टी सचिव कामरेड महानंद ने की. सचिव ने कहा कि बाढ़पीड़ितों को सहायता देने में बिहार सरकार पूरी तरह अक्षम साबित हो रही है. सिर्फ […]
धरना देते माले कार्यकर्ता .
अरवल : सदर प्रखंड मुख्यालय पर भाकपा माले की जिला कमेटी द्वारा बाढ़पीड़ितों को तत्काल सहायता की मांग को लेकर धरना दिया गया. इसकी अध्यक्षता पार्टी सचिव कामरेड महानंद ने की. सचिव ने कहा कि बाढ़पीड़ितों को सहायता देने में बिहार सरकार पूरी तरह अक्षम साबित हो रही है. सिर्फ हवाई सर्वेक्षण करने से बाढ़पीड़ितों को राहत नहीं मिलेगी, बल्कि राहत को धरातल पर उतारना होगा. उन्होंने कहा कि अरवल जिला ही नहीं,
बल्कि बिहार के कई जिले बाढ़ग्रस्त हैं. लाखों लोग बेघर एवं बच्चे अनाथ हो गये हैं. इन पीड़ितों की सहायता करने के बजाय बिहार के मुखिया उड़नखटोले पर सर्वे कर कहते हैं कि बाढ़पीड़ितों की हम मदद कर रहे हैं, जबकि पीड़ितों के लिए लगाया गया बाढ़पीड़ित राहत कैंप में भी पीड़ित परिवार के लिए व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़पीड़ितों की कितनी मदद कर रही है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है
कि मुंगेर जिले में बने एक शिविर में 2000 लोग शरण लिये हुए हैं और उनके खाने के लिए सिर्फ 100 थाली की व्यवस्था की गयी है. और-तो-और उस शिविर में मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था भी नहीं की गयी है. धरना के माध्यम से भाकपा माले के नेताओं द्वारा पांच सूत्री मांग पत्र भी जिला पदाधिकारी को सौंपा गया. बाढ़ग्रस्त सोहसा, कमता, मठिया, बाथे, बैना, मदन सिंह के टोला, दपरा, अमरा गांव में हुई बरबादी का आकलन करवाया जाये. अवसर पर रविंद्र यादव, सूर्यनाथ सिंह, सरयू पासवान समेत कई लोग उपस्थित थे.