अरवल ग्रामीण : समाहरणालय के सभा कक्ष में जिला पदाधिकारी आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में दुर्गा पूजा एवं मुहर्रम को संपन्न कराने के लिए पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. इस दौरान कई आवश्यक निर्देश दिये गये. इसके तहत गुंडा व असामाजिक तत्वों को नाकाम करने के लिए गुप्तचर विभाग, स्थानीय चौकिदार-दफादार, पंचायत सेवक, पंचायत सचिव एवं चौक चौराहों पर सूचना संग्रह करने के लिए लगाने को कहा गया.
दशहरा पर्व को शांतिपूर्ण माहौल में मनाने के लिए 81 स्थलों पर पुलिस दंडाधिकारी के साथ भारी संख्या में सशस्त्र बल की तैनाती की गयी है. जो साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर पैनी नजर रखेगी. प्रत्येक थाना एवं संवेदनशील स्थलों पर विभिन्न संप्रदाय के गणमान्य व्यक्तियों की एक शांति समिति बनाने के लिए कहा गया है. सभी पूजा पंडालों को लाइसेंस लेने के लिए अनिवार्य किया गया है. लाइसेंस लेते समय जुलूस का मार्ग एवं प्रतिमा विसर्जन की तिथि स्पष्ट रूप से अंकित करने का निर्देश दिया गया. भड़काऊ व अश्लील संगीत पर प्रतिबंध रहेगा. दशहरा एवं मुहर्रम को लेकर जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना किया गया है. जिसमें दूराभाष नंबर 06337 228984 उपलब्ध कराया गया है. जिसमें तीन शिफ्ट में पांच-पांच दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है. जिला पदाधिकारी ने 11 अक्तूबर को संध्या 5 बजे तक मूर्ति विसर्जन करने का भी निर्देश दिया है.
यदि किसी कारणवश मूर्तिविसर्जन नहीं किया गया तो मुहर्रम के दिन किसी भी स्थिति में मूर्ति विसर्जन नहीं किया जायेगा. पूजा को लेकर सभी पदाधिकारियों का अवकाश 15 अक्तूबर तक रद्द कर दिया गया है. इसके लिए अनुमंडल पदाधिकारी को आदेश की प्रति तामीला करने का निर्देश दिया गया है. सदर अस्पताल के अलावे सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र व स्वास्थ्य उपकेंद्रों में 24 घंटे चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. सभी बीडीओ को अपने अपने क्षेत्र में पूजा स्थलों की बीडीयोग्राफी कराने की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है. साथ ही भीड़ वाले स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए कहा गया है. बैठक में डीडीसी विन्देश्वरी प्रसाद, डीएसओ अशोक कुमार त्रिपाठी, एसडीओ सत्येंद्र कुमार, डीपीआरओ सत्येंद्र प्रसाद के अलावे अन्य जिले में पदस्थापित पदाधिकारी मौजूद थे.