बगहा. गंडक का पानी घटने के साथ ही गंडक का दबाव नगर के कई जगहों पर बढने लगा है. गंडक का दबाव सबसे अधिक नगर के वार्ड नंबर 2 कालीघाट, गोड़ियापट्टी घाट तथा ठकराहा प्रखंड भरपटिया गांव के पास गंडक नदी का कटाव तेज हो गयी है. नदी के दबाव के कारण आसपास के लोग दहशत में है.
वार्ड के लोगों का कहना है कि गंडक की धारा काफी तेज हो गयी है. गंडक की धारा बनाये सुरक्षात्मक बांध में लगातार दबाव बनाये हुए है. जिस कारण वहां कटाव की स्थिति बनी हुई है. लेकिन इस ओर विभाग के अभियंताओं का ध्यान नहीं है. जिसको लेकर लोगों में रोष देखा जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि नदी के रूख को देखते इसकी सूचना उनके द्वारा अचंल बगहा दो सीओ को दी गयी है.
वहीं इस बाबत बगहा दो सीओ राजीव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि नदी का नगर के कालीघाट के पास दबाब की सूचना मिली है. उन्होंने बताया कि उनके द्वारा स्थिति की निगरानी की जायेगी. उन्होंने बताया कि निरीक्षण के बाद इस कटाव कर रही है. जिससे किसानों की सैकडों एकड में लगी गन्ना की फसल पूरी तरह से गंडक में विलीन हो चुकी है.
गंडक के इस रूख से किसानों को काफी क्षति हुई है. वहीं बगहा शहर के पारसनगर के पास भी पानी का दबाव बढ़ गया है. लेकिन यहां पर कटावरोधी कार्य के लिए बालू भरकर रखा गया है. ताकि कटावरोधी कार्य किया जा सकें. वहीं दूसरी ओर गंडक का तांडव नौरंगिया दियारा में तेज हो गया है.
दो दिनों से गंडक नौरंगिया दियारा के छावनी के पास लगातार कटाव कर रही है. जिससे किसानों की सैकड़ों एकड़ में लगी गन्ना की फसल पूरी तरह से गंडक में विलीन हो चुकी है. गंडक के इस रूख के किसानों को काफी क्षति हुई है.
वहीं बगहा शहर के पारसनगर के पास भी पानी कर दबाव बढ़ गया है. लेकिन यहां पर कटावरोधी कार्य के लिए बालू भरकर रखा गया है, ताकि कटावरोधी कार्य किया जा सकें. पिपरा पिपरासी तटबंध पर दिन प्रतिदिन गंडक नदी का दबाव होता जा रहा है. प्रशासन द्वारा इसपर बराबर नजर रखी जा रही है और कार्य कराया जा रहा है.
ज्ञात हो कि गंडक नदी का जब-जब पानी घटा है तब तब तटबंध वह गंडक दियारा क्षेत्रों में पानी का दबाव तेज हुआ है और कटाव भी तेज हुई है. उसके बाद भी इसपर कटाव तेज होने के चलते कांटी के कई दर्जन घर गंडक नदी के तेज धार में विलीन हो चुकी है और कई लोग अपना घर द्वार छोड़ दूसरे से जगह पर शरण लिए हुए हैं.
Posted by Ashish Jha