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अपनी गतिविधियों का ब्योरा अब खुद पोर्टल पर फीड करेंगी आशा कार्यकर्ता, प्रोत्साहन राशि का भुगतान हुआ आसान

सुदूर ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवा देने वाली 91 हजार से अधिक आशा और आशा फैसिलिटेटर का भुगतान अब आसान हो गया है. अब हर माह की 12 तारीख तक पिछले माह में आशा एवं आशा फैसिलिटेटर द्वारा किये गये कार्यों का भुगतान हो जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 21, 2021 9:45 AM

पटना. सुदूर ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवा देने वाली 91 हजार से अधिक आशा और आशा फैसिलिटेटर का भुगतान अब आसान हो गया है. अब हर माह की 12 तारीख तक पिछले माह में आशा एवं आशा फैसिलिटेटर द्वारा किये गये कार्यों का भुगतान हो जाता है. दिसंबर, 2020 से अभी तक आश्विन पोर्टल से आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को 150 करोड़ से अधिक की प्रोत्साहन राशि की भुगतान की गयी है. यह कुल देय प्रोत्साहन राशि का लगभग 94 फीसदी है.

आशा की इस समस्या को दूर करने के लिए बिहार सरकार ने दिसंबर 2020 से आश्विन पोर्टल की शुरुआत की. इस पोर्टल के माध्यम से अब आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को न सिर्फ ससमय भुगतान हो रहा है. वह अपने द्वारा की जा रही गतिविधियों का ब्योरा भी इस पोर्टल पर फीड भी कर रही है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि अब बिहार भी आशा एवं आशा फैसिलिटेटर की प्रोत्साहन राशि ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से देने वाले राज्यों में शामिल हो गया है.

बिहार में फिलहाल 87699 आशा एवं 4261 आशा फैसिलिटेटर हैं. पहले आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को अपने भुगतान के कुछ महीने तक इंतजार करना पड़ता था. उन्होंने बताया कि पहले आशा पिछले माह की 26 तारीख से वर्तमान माह की 25 तारीख तक अपने किये गये कार्यों की प्रोत्साहन राशि का ब्योरा भरती हैं. इसे आशा फैसिलिटेटर हस्ताक्षरित करती है.

उनके कार्य का पूरा ब्योरा महीने के अंतिम कार्य दिवस यानी 30 या 31 तारीख तक आशा द्वारा आश्विन पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाता है. आशा दो तरह के कार्य करती हैं. पहला समुदाय आधारित एवं दूसरा संस्थान आधारित. दोनों स्तर पर अधिकतम 63 तरह की गतिविधियां होती हैं.

आशा द्वारा अपलोड की गयी गतिविधियां सामुदायिक आधारित होती हैं, तो इसे संबंधित एएनएम पांच तारीख तक सत्यापित करती हैं. गतिविधियां ब्लॉक या अनुमंडलीय फैसिलिटी स्तर की होती हैं, तो इसे प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं जिला स्तरीय फैसिलिटी स्तर की गतिविधियां होने पर जिला सामुदायिक उत्प्रेरक(डीसीएम) सत्यापित करते हैं.

इसके बाद संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आश्विन पोर्टल पर भरी गयी प्रोत्साहन राशि को सत्यापित कर राज्य स्तर पर भेज देते हैं. इस तरह प्रत्येक महीने के 12 तारीख तक पिछले माह में आशा एवं आशा फैसिलिटेटर द्वारा किये गये कार्यों का भुगतान सुनिश्चित हो जाता है.

Posted by Ashish Jha

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