मुजफ्फरपुर शहर के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही हत्याकांड(Ashutosh Shahi murder case) में 48 घंटे की पुलिस रिमांड पर लिए गये आरोपी गैंगस्टर मंटू शर्मा (gangster mantu sharma) व शूटर गोविंद (shooter govind) से सोमवार की शाम पूछताछ पूरी हो गयी. सीआइडी व जिला पुलिस की टीम ने दोनों शातिर को कड़ी सुरक्षा के बीच शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा वापस भेज दिया. सेंट्रल जेल के अंदर दोनों को आम बंदियों से अलग वार्ड में रखा गया है. उनकी गतिविधियों पर निगरानी को लेकर अलग से कक्षपालों की ड्यूटी लगायी गयी है. साथ ही सीसीटीवी से भी माॅनिटरिंग की जा रही है. चर्चा यह भी है कि दोनों को सेल में रखा गया है, लेकिन इस पर किसी तरह की जेल प्रशासन की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है.
तमिलनाडु के रामेश्वरम से गिरफ्तारी होने के बाद मंटू शर्मा व गोविंद से सीआइडी व बिहार एसटीएफ की टीम लगातार पूछताछ की है. दोनों ने हत्याकांड से जुड़े कई सवालों के ऐसे जवाब दिये हैं, जिसने सीआइडी की जांच को उलझा दिया है. लेकिन, कोर्ट से 48 घंटे की पुलिस रिमांड लेने के बाद मंटू शर्मा व गोविंद से जो विस्तृत पूछताछ की गयी है. उससे कई अहम सुराग हासिल हुए हैं, जिससे अनुसंधान में सीआइडी को मदद मिलेगी.
पूछताछ के दौरान आयी बातों को डायरी के साथ- साथ डिजिटल साक्ष्य के रूप में वीडियो व ऑडियो को भी रिकॉर्ड भी किया गया है. सीआइडी की टीम इसके आधार पर अब हत्याकांड की एक कड़ी से दूसरी कड़ी को जोड़ रही है. साथ ही पूछताछ में सामने आये तथ्यों पर अब मुख्यालय में मंत्रणा की जा रही है. इसके आधार पर शूटरों की गिरफ्तारी, आशुतोष की हत्या में प्रयुक्त हुए विदेशी पिस्टल और घटना में शामिल अन्य आरोपितों पर कार्रवाई व जेल भेजे गये आरोपियों के खिलाफ ठोस साक्ष्य व सबूत जुटाने के लिए रणनीति बनायी जा रही है.
चर्चा है कि आशुतोष शाही व उनके तीन गार्ड निजामुद्दीन, राहुल कुमार और ओमनाथ की हत्या में इस्तेमाल विदेशी पिस्टल समेत अन्य हथियार को रणंजय ओंकार ने ही छिपाया है. पूर्व में बेला इलाके स्थित उसके आवास पर एसटीएफ ने तलाशी ली थी. लेकिन हथियार नहीं मिले थे. बिहार एसटीएफ व सीआइडी की टीम उसकी गिरफ्तारी को लेकर लखनऊ, नोएडा और झारखंड के कई इलाके में सुराग तलाश रही है. लेकिन, उसका लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रहा था. अब गोविंद से मिले सुराग के आधार पर ओंकार की शीघ्र गिरफ्तारी होने की संभावना जतायी जा रही है. सीआइडी ने मंटू व गोविंद को दोबारा रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी नहीं डाली है. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि सीआइडी को दोनों से पूछताछ में आगे सुराग मिलने की कोई उम्मीद नहीं है. अब तक सामने आए तथ्यों के आधार पर एसटीएफ ने मुजफ्फरपुर से लेकर झारखंड तक छापेमारी की लेकिन हत्या में इस्तेमाल हुए विदेशी पिस्टल बरामद नहीं हो पायी है. इधर, नगर थाने की पुलिस ने पटना एफएसएल भेजने के लिए सभी साक्ष्य की काट के बक्से में पैकिंग कर दी है. मंगलावर को पटना जांच के लिए भेज दिया जायेगा.
प्रॉपर्टी डीलर विक्कू शुक्ला व पूर्व पार्षद शेरू अहमद से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर भी पुलिस टीम साक्ष्य जुटा रही है. दोनों से सीआइडी ने आशुतोष शाही हत्याकांड से जुड़े दर्जनों सवाल पूछे थे. इसपर दोनों ने कई सवालों का सीधा जवाब दिया था. कई सवालों के जवाब में इसकी जानकारी नहीं होने की बात कही थी. 24 घंटे की पुलिस रिमांड पर पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया था.