बिहार: मुजफ्फरपुर के आशुतोष शाही हत्याकांड में पुलिस के हाथ अबतक खाली, हिरासत में लिए गए पूर्व पार्षद
Bihar Crime News: मुजफ्फरपुर के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही हत्याकांड मामले में पुलिस के हाथ अबतक खाली ही हैं. पुलिस ने पूर्व पार्षद को हिरासत में लिया है वहीं लाइनर की तलाश पुलिस को ही शूटर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.
Ashutosh Shahi Murder: मुजफ्फरपुर में प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही व उनके दो बॉडीगार्ड निजामुद्दीन और राहुल की हत्या में एसआइटी टीम हत्यारे का सुराग तलाश रही है. विशेष टीम ने रविवार को नगर थाना क्षेत्र में छापेमारी करके एक पूर्व पार्षद को हिरासत में लिया है. बताया जाता है कि जिस समय अधिवक्ता के घर पर अपराधियों ने घुसकर गोलीबारी की थी, उस वक्त पूर्व पार्षद भी उनके घर पर थे. पुलिस ने अब तक इस हत्याकांड में चार संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. हालांकि पुलिस को इस हत्याकांड में कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है.
प्रोफेशनल शूटर ने ही भूना..
पुलिस का मानना कि प्रोफेशनल शूटर से हत्या करायी गयी है. इधर, दोपहर को एसटीएफ के डीएसपी नरेश कुमार, एसआइ आशुतोष कुमार व परमेश्वर कुमार पुलिस बल के साथ नंद बिहार कॉलोनी पहुंचे. करीब एक घंटे से अधिक समय तक परिजन व आवास पर मौजूद लोगों से पूछताछ की. चालक अशोक कुमार महतो से घटना की रात आशुतोष शाही के घर से निकलने से लेकर उनकी हत्या तक पूरे घटनाक्रम के संबंध में विस्तृत पूछताछ की. बताया जाता है कि बिहार एसटीएफ समेत पुलिस पुलिस की कई अलग- अलग जांच एजेंसियां शहर के अलग- अलग इलाके में सादे लिबास में हत्याकांड के पीछे कौन है, उसकी जानकारी जुटा रही है. वही जिन दो गार्ड की हत्या हुई , उसे दिल्ली के एक सिक्योरिटी एजेंसी से हायर किया गया था. दोनों सेना व पैरा मिलिट्री फोर्स से रिटायर्ड थे.
पुलिस को लाइनर की तलाश, जुटा रही सुराग
एसआइटी की टीम हत्याकांड में लाइनर की भूमिका को महत्वपूर्ण मान रही है. पुलिस को आशंका है कि सटीक लाइनिंग के कारण ही बड़ी सफाई से अपराधियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है. लाइनर आशुतोष शाही के घर पर था या फिर अधिवक्ता के घर पर इसकी जानकारी जुटायी जा रही है. पटना एसटीएफ की टेक्निकल सेल ने घटनास्थल पर टावर डंप किया है. इसमें मिले संदिग्ध मोबाइल नंबरों का टावर लोकेशन खंगाला जा रहा है.
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मोबाइल पर बात करते समय कौन- कौन था मौजूद, खंगाला जा रहा सीसीटीवी
बताया जाता है कि घटना के पूरे दिन आशुतोष शाही अपने घर से नहीं निकले थे. लेकिन, पुलिस को जानकारी मिली है कि उनसे मिलने कई लोग उनके आवास पर आये थे. अधिवक्ता के घर जाने से पहले आशुतोष शाही ने मोबाइल को हैंड फ्री करके बातचीत के दौरान आधे घंटे में आने की बात कही थी. अब पुलिस को आशंका है कि आशुतोष शाही के घर पर बैठे लोगों में से तो कोई लाइनर नहीं था. पुलिस अब उस वक्त का सीसीटीवी खंगाल रही है.
स्कूटी सवार दो संदिग्धों पर शक
जिला पुलिस की टीम को एक सीसीटीवी फुटेज मिली है जिसमें घटना से एक सप्ताह पूर्व आशुतोष शाही के घर से बाहर संदिग्ध स्थिति में खड़े हुए दिखने की बात कही जा रही है. हालांकि, उस समय का यह रेकी का वीडियो बताया जा रहा है, उस समय आशुतोष शाही के दिल्ली में होने की बात कही जा रही है. फिलहाल, एसआइटी इस वीडियो फुटेज में कैद संदिग्धों का भी हुलिए का सत्यापन कर रही है.
जब्ती सूची में खोखा की संख्या बढ़ी
आशुतोष शाही व उनके दो गार्ड की हत्या के बाद घटनास्थल से जब्त किये गये खोखा, पिलेट, जिंदा कारतूस, गार्ड की राइफल, उसका गोली समेत सभी सामानों की रविवार देर शाम तक नगर थाने पर जब्ती सूची तैयार की जा रही थी. बताया जाता है कि खोखा की संख्या अब 25 तक पहुंच गयी है. डीआइयू प्रभारी मो. सुजाउद्दीन के नेतृत्व में नगर थाने की पुलिस टीम जब्ती सूची देर शाम तक तैयार करते रहे. इस दौरान घटनास्थल पर मौजूद रहे आशुतोष शाही के चालक अशोक कुमार महतो को भी बुलाया गया था. सोमवार तक जब्ती सूची पूरी तरह से फाइनल होने की संभावना है.
शूटरों की तलाश में पटना इलाके में कैंप कर रही पुलिस
पटना में उज्जवल शर्मा के घर पर छापेमारी के बाद एक टीम अभी भी पटना व उसके आसपास के इलाकों में कैंप कर रही है. हालांकि, अभी तक इस मामले में एक भी शूटर के पकड़े जाने की सूचना सामने नहीं आयी है. सकरा, मनियारी इलाके में छापेमारी किये जाने की चर्चा है. हालांकि, अनुसंधान प्रभावित ना हो इसके लिए जिला पुलिस कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है.
कॉलोनी में मातमी सन्नाटा पसरा
आशुतोष शाही की हत्या के बाद नंद विहार कॉलोनी में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. हत्या के बाद से पत्नी तीसरे दिन भी बार- बार बेहोश हो रही है. बेटी का भी रो- रो कर बुरा हाल है. अचानक हुए इस दर्दनाक हादसे पत्नी व तीनों बेटियां नहीं उबर पा रही है. बूढ़ी मां व भाई भी सदमे में है.