पटना. केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने कहा है कि वो सीएम कारकेड के लिए रेल फाटक खोलने की उच्च स्तरीय जांच करायेंगे. उन्होंने कहा है कि आखिर किसके आदेश से समाधान यात्रा के दौरान बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले को पास कराने के लिए बक्सर रेलवे स्टेशन के पूर्वी इटाढ़ी रेलवे गुमटी के आउटर पर ट्रेन को खड़ा रखा गया. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि वो यह सवाल रेलमंत्री तक पहुंचायेंगे और उनसे इस बात की जांच का अनुरोध करेंगे कि आखिर किसके आदेश पर सीएम के लिए ट्रेन रोकी गयी.
अश्विनी चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री के आने के लिए दो-दो पैसेंजर ट्रेन आधे घंटे के लिए रोक दी गयी. सीएम पिकनिक यात्रा पर आये हैं, समाधान यात्रा पर नहीं. यह समाधान यात्रा नहीं व्यवधान यात्रा है. इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाऊंगा. उन्होंने कहा कि मैं भारत सरकार के रेल मंत्रालय से भी मांग करूंगा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करायी जाये. इस बात की जांच होनी चाहिए कि आखिर किस व्यक्ति के आदेश पर दो पैसेंजर ट्रेन को रोका गया. चौबे ने कहा कि सीएम कारकेड के गुजरने के कारण बच्चे, महिलाएं, बूढ़े कई लोग परेशान हुए.
सीएम नीतीश कुमार समाधान यात्रा को लेकर बक्सर दौर पर हैं. इस बीच उनके काफिले को पास कराने के लिए करीब 15 मिनट तक पूर्वी इटाढ़ी रेलवे गुमटी को खुला रखा गया, ताकि सीएम के काफिले को पास कराया जा सके. इस दौरान पटना-बक्सर (एमटी-कोचिन) पैसेंजर ट्रेन और कामख्या-दिल्ली एक्सप्रेस को आउटर पर करीब 15 मिनट तक रोक दिया गया था. जब इसका कारण गुमटी के गेटमैन संतोष कुमार से पूछा गया तो उसने बताया था कि मुख्यमंत्री का काफिला गुजरने वाला है, इसलिए ट्रेन को होल्ड पर रखा गया है.