पटना . नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन (एनडीएचएम) के पायलट प्रोजेक्ट में बिहार के भी चुनिंदा जिलों को शामिल किया जायेगा. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने एनडीएचएम की पहली स्टीयरिंग ग्रुप की बैठक में ये बात कही.
वह मंगलवार को इस बैठक को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे. इस विशेष योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर की थी.
मौजूदा समय में इसके अंतर्गत छह केंद्र शासित राज्यों में शुरू की गयी है. वर्तमान में इसके विस्तार करने योजना पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय विचार कर रहा है.बैठक में अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि यह योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में नयी क्रांति लेकर आयेगी.
फिलहाल इसे चंडीगढ़, लद्दाख, दादरा-नगर हवेली, दमन-दीव, पुदुचेरी, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के अलावा लक्षद्वीप में पायलट मोड पर शुरू किया है. उन्होंने कहा कि इसका विस्तार करके बिहार, यूपी जैसे बड़े राज्यों के कुछ जिलों और मेडिकल कॉलेजों में भी इसे शुरू करना चाहिए.
इससे पूरे देश को इसका लाभ मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाने का काम बक्सर और भागलपुर जिलों में प्रायोगिक तौर पर शुरू किया गया है.लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाने का अभियान तेजी से शुरू किया गया है.
इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, आयुष राज्यमंत्री श्रीपद नाईक, नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन, स्वास्थ्य परिवार कल्याण सचिव राजेश भूषण, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी सचिव अजय साहनी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.
Posted by Ashish Jha