अंकित आनंद, भागलपुर. बिहार राज्य के पुलिस जिलों में पेंडिंग मामलों की फाइलों में बढ़ोतरी को देखते पुलिस मुख्यालय ने एक बड़ा निर्णय लिया है. पुलिस मुख्यालय के अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) के एडीजी ने राज्य के सभी जिलों के एसएसपी/एसपी को पत्र लिख कर निर्देशित किया है कि अब गंभीर कांडों की जांच की जिम्मेदारी एएसआइ (जमादार) को भी दी जायेगी.
एडीजी सीआइडी के पत्र के आलोक में भागलपुर एसएसपी बाबू राम ने इस संबंध में भागलपुर पुलिस जिला के एएसपी सिटी, कहलगांव एसडीपीओ, डीएसपी विधि व्यवस्था,सभी सर्किल इंस्पेक्टर, थानाध्यक्ष और ओपी प्रभारियों के लिए निर्देश जारी किया है. वहीं इसके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी एसएसपी ने सिटी एसपी को सौंपी है.
उल्लेखनीय है कि सिपाही या हवलदार रैंक से प्रोन्नति/प्रोमोशन मिलने के बाद पुलिसकर्मी एएसआइ यानी असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (जमादार) बनता है. मतलब कि कांडों और घटनाओं के इंस्पेक्शन/जांच के लिये वह उपयुक्त हो जाता है. पर बिहार राज्य पुलिस में एएसआइ को केवल सामान्य ज्यादातर नन एसआइ कांड के अनुसंधान की जिम्मेदारी ही सौंपी जाती है.
वहीं गंभीर कांडों के जांच व अनुसंधान की जिम्मेदारी सब इंस्पेक्टर (दारोगा) और इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारियों को दी जाती है. पर विगत कुछ वर्षों से राज्य के पुलिस जिलों में लंबित कांडों की संख्या को लगातार बढ़ता देख अब पुलिस मुख्यालय ने इसे गंभीरता से लिया है. इसके बाद सीआइडी एडीजी द्वारा इस बाबत पत्र जारी किया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भागलपुर पुलिस ऑफिस में भी इस संबंध में आवेदन आने लगे हैं. यह भी बताया जा रहा है कि संविदा पर बहाल किये जाने वाले रिटायर्ड पुलिस पदाधिकारियों को केवल कांडों के अनुसंधान की जिम्मेदारी ही दी जायेगी.
लंबित कांडों के त्वरित निष्पादन को लेकर राज्य सरकार और बिहार पुलिस ने एक और बड़ा निर्णय लिया है. इसमें पुलिस विभाग से रिटायर होने वाले एएसआइ, एसआइ और इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारियों को संविदा पर पुन: बहाल किये जाने का निर्देश जारी किया गया है. इसको लेकर भागलपुर पुलिस जिला में ऐसे पदाधिकारियों के नामों की सूची बनायी जा रही है कि जोकि रिटायर हो चुके हैं और उनका गृह जिला भागलपुर है. पुलिस मुख्यालय के निर्देश के आलोक में रिटायर्ड पदाधिकारियों से आवेदन को आमंत्रित किया गया है. जो भी इच्छुक आवेदक हैं वे अपने आवेदन को जमा करा सकते हैं.