Assam Election: तेजस्वी यादव ने असम के तिनसुकिया में RJD प्रत्याशी के लिए किया रोडशो, कंधे पर लटकाया No CAA का गमछा
Assam Election,Tejashwi Yadav,RJD, Tejashwi Yadav in Assam, Tejashwi yadav RoadShow in Tinsukiya, RJD in Assam Chunav: बिहार विधान चुनाव 2020 में एनडीए (NDA)को कांटे की टक्कर देने वाले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे तेजस्वी यादव अब असम और प. बंगाल (Bengal Election) के सियासी घमासान में उतरे हैं.
Assam Election: बिहार विधान चुनाव 2020 में एनडीए (NDA)को कांटे की टक्कर देने वाले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अब असम और प. बंगाल (Bengal Election) के सियासी घमासान में उतरे हैं. रविवार को तेजस्वी यादव ने असम के तिनसुकिया विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन की राजद प्रत्याशी श्रीमती हीरा देवी चौधरी के पक्ष में रोड शो किया. इस दौरान तेजस्वी ने असमिया गमछा अपने कांधे पर रखा हुआ था जिसमें नो सीएए लिखा हुआ था.
बता दें कि असम में पहले चरण में राजद ने तिनसुकिया और तेजपुर से अपना उम्मीदवार उतारा है. ये दोनों सीटें असम के हिंदीबहुल क्षेत्र मानी जाती हैं. यही कारण है कि तेजस्वी यादव मतदाताओं से राजद प्रत्याशी को वोट देने की अपील करने पहुंचे हैं. पार्टी की ओर से बताया गया कि राजद असम में 4 से 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. जिनके प्रचार के लिए तेजस्वी यादव वहां मोर्चा संभालेंगे.
असम विधानसभा चुनाव अंतर्गत तिनसुकिया विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन की राजद प्रत्याशी श्रीमती हीरा देवी चौधरी के पक्ष में रोड शो करते श्री तेजस्वी यादव। pic.twitter.com/g1Un8tmqUr
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) March 22, 2021
गौरतलब है कि असम विधानसभा चुनाव में राजद ने कांग्रेस और यूडीएफ के साथ महागठबंधन किया है. तेजस्वी यादव बंगाल में टीएमसी के सपोर्ट में प्रचार करेंगे. राजद नेता खासतौर पर उन सीटों पर प्रचार करेंगे, जहां तृणमूल की सीधी लड़ाई भाजपा के खिलाफ है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक बंगाल चुनाव में राजद नेता वामपंथी और कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ प्रचार करेंगे? इस संदर्भ में पार्टी अभी स्पष्ट निर्णय नहीं ले पायी है.
असम और प. बंगाल ये दोनों राज्य सीएए कानून के विरोध के लिए जाने जाते हैं. इन दोनों राज्यों की राजनीति में सीएए बहुत बड़ा मु्द्दा है. कांग्रेस इसके विरोध में है और नागरिकता संशोधन कानून ( सीएए) को लागू नहीं करने की गारंटी देकर उनका भरोसा जीतने की कोशिश कर रही है.
Posted By: Utpal Kant