पटना. ग्रामीण कार्य विभाग के भ्रष्टाचारी इंजीनियर अनिल कुमार से जुड़े मामलों की जांच के लिए विधायनसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को विधानसभा की कमेटी का गठन कर दिया है. विधानसभा सचिवालय ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है.
विधानसभा अध्यक्ष ने कमेटी का में विधायक नीतीश मिश्रा और विजय शंकर दुबे के साथ साथ अवध बिहारी चौधरी, राजकुमार सिंह को सदस्य बनाया है. विधानसभा में सवाल उठाने वाले संजय सरावगी भी समिति में शामिल हैं. समिति को तीन महीने में रिपोर्ट स्पीकर पेश करनी है. इंजीनियर को संरक्षण देने पर भी जांच होगी.
पूर्व मंत्री नितीश मिश्रा को जांच समिति का सभापति बनाया गया है. उनके अलावा चार अन्य सदस्य इस कमेटी में शामिल हैं. विधानसभा के सचिव इस कमेटी के सचिव होंगे. यह कमेटी 3 महीने के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष को सौंपेगी. विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान दरभंगा में तैनात रहे ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार के भ्रष्टाचार का मामला उठा था.
इस मामले पर सरकार की खूब फजीहत हुई थी. सरकार की तरफ से ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज भ्रष्टाचारी इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए थे. इससे नाराज विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सदन की कमेटी बनाने की घोषणा की थी.
हालांकि शीतकालीन सत्र खत्म होने के बाद 4 दिसंबर को भ्रष्टाचारी इंजीनियर अनिल कुमार को निलंबित कर दिया गया था. सरकार अपने दामन पर लगे दाग को छुड़ाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इसके बावजूद सदन में हुई घोषणा के मुताबिक विधानसभा कमेटी को जांच का जिम्मा दे दिया गया है.
Posted by Ashish Jha