बिहार के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षकों की कमी होगी पूरी, 269 असिस्टेंट प्रोफेसर होंगे बहाल
बिहार लोक सेवा आयोग ने इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसरों के 287 पदों के लिए बहाली निकाली थी, जिसके बाद लिखित परीक्षा और इंटरव्यू सहित तमाम प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद आखिरी तौर से नतीजे घोषित किये गये
बिहार के सभी 38 जिलों में मौजूद सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की कमी अब दूर हो जाएगी. बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने प्रदेश के अलग-अलग इंजीनियरिंग कॉलेजों में 269 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की सिफारिश की है. इन पदों पर बहाली हो जाने के बाद शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी और छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल पाएगी.
असिस्टेंट प्रोफेसरों के 287 पदों के लिए निकली थी बहाली
दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग ने इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसरों के 287 पदों के लिए बहाली निकाली थी, जिसके बाद लिखित परीक्षा और इंटरव्यू सहित तमाम प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद आखिरी तौर से नतीजे घोषित किये गये. घोषित किए गए अंतिम नतीजों में 269 अभ्यर्थी सफल रहे, जिन्हें अब राज्य के अलग-अलग इंजीनियरिंग कॉलेजों में बहाल किया जायेगा.
इन कॉलेज में नियुक्त होंगे प्रोफेसर
असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए सफल 269 अभ्यर्थियों में से एमआइटी मुजफ्फरपुर में आठ, भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में पांच, बांका इंजीनियरिंग कॉलेज में सात असिस्टेंट प्रोफेसर बहाल होंगे. सबसे अधिक गोपालगंज और समस्तीपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में 17-17, अरवल और सीवान इंजीनियरिंग कॉलेज में 16-16 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति होगी.