पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि साल 2007 को छोड़कर कभी ऐसी स्थिति नहीं आयी कि बिहार में बाढ़ को लेकर हमें केंद्र से गुहार लगानी पड़ी हो. 2007 में कोसी त्रासदी के बाद हमने तत्कालीन यूपीए सरकार से गुहार लगायी थी. उसके बाद हमें थोड़ा बहुत कुछ मिला था.
बाढ़ को लेकर नेता प्रतिपक्ष द्वारा पत्र लिखे जाने को लेकर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे कोई पत्र नहीं मिला है. पत्र सिर्फ मीडिया में आता है. मीडिया द्वारा हमें उनके पत्र की जानकारी मिलती है.
उन्होंने कहा कि जब से बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया तभी से हमलोगों ने बाढ़ को लेकर काफी काम किया है. 2007 से हमलोग आपदा प्रबंधन का काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि प्रक्रिया के मुताबिक केंद्रीय टीम बिहार का दौरा कर के वापस जा चुकी है और बिहार सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को हर संभव मदद दिया है. ना केवल बाढ़ राहत कैंपों में उन्हें सुविधाएं दी गई हैं, बल्कि कोरोना की टेस्टिंग से लेकर कोरोना की वैक्सीन तक की सुविधा बाढ़ प्रभावित इलाकों में मुहैया कराई गई है.
नीतीश कुमार ने कहा कि अब सब कुछ प्रक्रिया के मुताबिक होता है. केंद्र की तरफ से राज्यों को मिलने वाली सहूलियतों में बाढ़ से प्रभावित इलाकों को लेकर आर्थिक मदद भी शामिल है. नीतीश कुमार ने कहा कि हमने अपने संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए बाढ़ प्रभावित इलाकों में काम किया है और केंद्र भी इसमें मदद करेगा.
इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति के आगमन को लेकर की जा रही तैयारियों के संबंध में बैठक की. बैठक के पश्चात मुख्यमंत्री ने बिहार विधान मंडल परिसर में भ्रमण कर शताब्दी समारोह के आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. मुख्यमंत्री ने विस्तारित भवन के बेसमेंट में निर्माणाधीन ऑडिटोरियम का भी जायजा लिया और निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया.
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, विधान सभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, संसदीय कार्य सह शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा सहित मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि आदि मौजूद थे.
पत्रकारों से बात करते मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में शामिल होने के लिए आदरणीय राष्ट्रपति 20 अक्टूबर को बिहार आयेंगे और 21 अक्टूबर को समारोह में शामिल होंगे. विधानसभा के अध्यक्ष ने राष्ट्रपति महोदय को आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा कि आज हमलोगों ने बैठक कर शताब्दी समारोह की तैयारियों का जायजा लिया है।
Posted by Ashish Jha