प्रतिबंधित संगठन पीएफआइ के सक्रिय सदस्य याकूब खान व बिलाल उर्फ इरशाद को मुजफ्फरपुर पुलिस की टीम ने मंगलवार को बेऊर जेल से 72 घंटे के पुलिस रिमांड पर ले लिया है. पटना एटीएस कार्यालय में ही दोनों से पूछताछ हो रही है. बताया जाता है कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से दोनों को मुजफ्फरपुर नहीं लाया गया. पटना में उनसे पूछताछ के लिए डीएसपी पश्चिमी सह केस के आइओ अभिषेक आनंद व बरुराज थानेदार संजीव कुमार दुबे के नेतृत्व में विशेष टीम गयी हुई है. दोनों से पीएफआइ के संबंध में विस्तृत पूछताछ के लिए 100 से अधिक सवालों की सूची जिला पुलिस की ओर से तैयार की है.
पहले पीएफआइ फंडिंग, बरूराज के परसौनी के अलावा और कहां- कहां ट्रेनिंग कैंप लगाया गया. गोपनीय तरीके से कहां- कहां सभा की गयी. पीएफआइ से मुजफ्फरपुर के और कितने युवाओं को जोड़ा गया है. इसके अलावा पीएफआइ का आनेवाले दिनों में क्या – क्या प्लानिंग थी. उनके बैंक स्टेटमेंट समेत और कई सवाल पूछे गए हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो दोनों उत्तर बिहार में कैसे पीएफआइ अपने संगठन को मजबूत करने के लिए पांव पसार रहा था इस बिंदु पर दोनों को आमने- सामने बैठा कर क्रॉस सवाल भी पूछे गये हैं. पहले दिन करीब चार घंटे से अधिक समय तक दोनों से सवाल पूछे गये. अब दूसरे दिन बुधवार को भी पूछताछ की जायेगी.
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बता दें कि बरूराज थाना क्षेत्र के परसौनी में प्रतिबंधित संगठन पीएफआइ में भर्ती व प्रशिक्षण के लिए ट्रेनिंग कैंप चलाने के मामले में पूर्वी चंपारण जिले के मेहसी थाना के मुगलपुर निवासी याकूब खान व चकिया थाना के हरपुर किशुनी निवासी बेलाल को एनआइए ने नामजद आरोपी बनाया था. इससे पहले एनआइए की टीम ने फुलवारीशरीफ कांड में बेलाल उर्फ इरशाद को गिरफ्तार करके जेल भेजा था. दोनों से पहले बरूराज पुलिस ने पीएफआइ के राज्य सचिव रियाज मारूफ व कादिर अंसारी को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी.
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एनआइए पटना के इंस्पेक्टर ने बरूराज थाने में बीते साल 2023 के पांच फरवरी को प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें बताया था कि एनआइए ने पीएफआइ के संगठन से जुड़ने के मामले के केस में फरार चल रहे आरोपी मो. बेलाल उर्फ इरशाद को पूर्वी चंपारण जिले के चकिया के हरपुर किशुनी से गिरफ्तार किया था. उससे पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ किया तो उसने बताया कि चार से पांच साल पहले वह चकिया के कुनवा के रहने वाले रियाज मारूफ के संपर्क में आया था. वह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ)का सक्रिय सदस्य था.
रियाज मारूफ के माध्यम से वह पूर्वी चंपारण जिले के मेहसी के याकूब खान के संपर्क में आया था. उन लोगों ने उसको पीएफआइ से जुड़ने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद वह 2020 में पीएफआइ से जुड़ गया. जब वह ट्रेनिंग पीरियड में था तो उसका संपर्क पीएफआइ से जुड़े कई लोगों के साथ हुआ था. इसमें तमिलनाडु के मो. रोसलिन, दरभंगा जिले के मो. सनाउल्लाह, मधुबनी जिले के तौसीफ, अनसारूल हक, बिहार शरीफ के शमीम अख्तर व पूर्वी चंपारण जिले के मेहसी के मो. अफरोज प्रमुख रूप से शामिल है.