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एक करोड़ की ठगी मामले में मुकेश ठाकुर के लखीसराय स्थित घर की कुर्की जब्ती, झारखंड में माइंस दिलाने का था वादा

हरियाणा के सोनीपत के व्यवसायी हरदीप दयाल को झारखंड में कोल माइंस दिलाने के नाम पर एक करोड रुपए ठगी के मामले में मंगलवार को दो फरार अभियुक्तों के घरों में कुर्की जब्ती करने आरपीएफ पुलिस पहुंची थी. इस कांड में संलिप्त नौ लोगों में से पांच पूर्व से न्यायिक हिरासत में है.

By Ashish Jha | October 3, 2023 6:56 PM

लखीसराय. अप्रैल माह में हरियाणा के सोनीपत के व्यवसायी हरदीप दयाल को झारखंड में कोल माइंस दिलाने के नाम पर एक करोड रुपए ठगी के मामले में मंगलवार को दो फरार अभियुक्तों के घरों में कुर्की जब्ती करने आरपीएफ पुलिस पहुंची थी. इस कांड में संलिप्त नौ लोगों में से पांच पूर्व से न्यायिक हिरासत में है. जबकि स्थानीय कवैया थाना क्षेत्र के लाली पहाड़ी के निवासी मुकेश ठाकुर और रामाशीष साव ऊर्फ शुकुल साव फरार चल रहा था. उनके विरुद्ध कुर्की वारंट निकला हुआ था, जबकि मुंबई के सारा मैडम के विरुद्ध इश्तिहार जारी हो चुका है.

सुकुल साव के आत्मसमर्पण की सूचना पर रोकी गयी कार्रवाई

आरपीएफ इंस्पेक्टर नसीम अहमद के नेतृत्व में स्थानीय कवैया पुलिस के सहयोग से मुकेश ठाकुर के घर की कुर्की की कार्रवाई की गयी है. सुकुल साव के परिजनों द्वारा कल ही न्यायालय में समर्पण करने का आश्वासन देने पर फिलहाल कुर्की की कार्रवाई रोक दी गई है. बताते चले की घटना के दो-चार दिन के अंदर ही जिला मुख्यालय धर्मराय चक मोहल्ले के तनिक वर्मा को हिरासत में लिया गया था. जबकि इसके साथ चार रेल थाना के जवान बडहिया रेल पुलिस पोस्ट के चंदन कुमार एवं पिंटू कुमार एवं किउल रेल थाना के दीपक कुमार एवं मोहम्मद एजाज पूर्व से ही जेल में बंद है. इस ठगी के सरगना के रूप में चिन्हित रामाशीष साव ऊर्फ सुकूल, मुकेश ठाकुर एवं सारा मैडम फरार चल रहे थे.मुंबई की रहने वाली सारा मैडम के विरुद्ध इश्तिहार जारी किया जा चुका है.

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सुकुल साव की है इस ठगी में मुख्य भूमिका

सुकुल साव पहले से इस तरह के धंधे में लिप्त रहा है. जैसा कि ज्ञात है कि लखीसराय के व्यवसायी व रांची में रहने वाले रामाशीष साव उर्फ सुकुल साव ने सोनीपत के व्यवसायी हरदीप दयाल से कोल माइंस के नाम पर तीन बार में एक करोड़ रुपये की ठगी कर ली थी. बाद में जरूरी पेपर की कमी बताकर ठेका नहीं देने की बात कहकर हरदीप दयाल को देवघर में 31 मार्च को रुपये लौटा दिए गए. उसी शाम झाझा रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के उक्त चारों जवानों ने रुपये से भरा बैग जांच के नाम पर उतार लिया था. बाद में पता चला कि उक्त चारों पुलिस के जवान भी सुकुल साव के गिरोह में शामिल थे. इस संबंध में झाझा रेल थाना में कांड संख्या 92/23 के तहत मामला दर्ज है. इसके एक अन्य अभियुक्त प्रकाश पटेल के विरुद्ध भी कुर्की वारंट जारी हो चुका है.

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