गया. बिहार में एक तरफ लोग जहरीली शराब से हो रही मौत पर पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोशित हैं, तो दूसरी ओर शराब माफियाओं पर हो रही कार्रवाई पर भी उग्र हो जा रहे हैं. ताजा मामला गया का है. सारण, सिवान और बेगूसराय से जहरीली शराब से हुई मौत के बाद बिहार के तमाम जिले में पुलिस प्रशासन शराब माफियाओं के खिलाफ छापेमारी अभियान चला रहा है. गया में शराब माफियाओं के ठिकानों पर छापेमारी करने पहुंची पुलिस की टीम पर स्थानीय लोगों ने ही हमला कर दिया. इस हमले में दारोगा समेत कई पुलिस के जवान घायल हो गये हैं. वैसे इस घटना के बाद करीब आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. पूरा मामला जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र के मनन बीघा गांव की है. घायल पुलिस कर्मियों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
जानकारी के अनुसार शराब की छापेमारी करने के लिए बाराचट्टी थाना की पुलिस मनन बीघा गांव में पहुंची थी. वहां बड़े पैमाने पर शराब का निर्माण किया जा रहा है, ऐसा पुलिस को सूचना मिली थी. सूचना के आधार गांव पहुंची पुलिस टीम को देखकर अचानक ग्रामीण उग्र हो गये और पुलिस पर हमला करने लगे. कुल्हाड़ी, लाठी-डंडे, रोड़े से हमला कर दिया. इस हमले में बाराचट्टी थाना में पोस्टेड दारोगा विजेंद्र कुमार तिवारी, पुलिस वाहन का चालक दिलीप कुमार समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गये. इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस वाहन के शीशे भी तोड़ डाले. घटना को लेकर पुलिस के द्वारा बाराचट्टी थाना में 17 नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. वहीं इस मामले में आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिए जाने की बात सामने आ रही है.
दूसरी ओर, मनन बीघा की ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि पुलिस पर किया गया हमला गलत है, लेकिन जो लोग इस घटना में शामिल नहीं हैं, पुलिस उनकी गिरफ्तारी नहीं करें, जो लोग संलिप्त हैं, उनकी गिरफ्तारी की जाये. बाराचट्टी थाना के थानाध्यक्ष राम लखन पंडित ने कहा कि गांव में उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी की थी. इसी बीच, बाराचट्टी थाना की पुलिस भी वहीं पहुंची थी. तभी ग्रामीणों ने पुलिस की टीम पर हमला कर दिया गया. इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं.