बिहार के पूर्णिया में शराब तस्करी मामले में छापेमारी के दौरान पुलिस पर हमला, गाड़ी को किया क्षतिग्रस्त
बिहार के पूर्णिया में शराब तस्कर को पकड़ने गयी पुलिस पर असमाजिक तत्वों ने हमला बोल दिया. पुलिस की गाड़ी को क्षतिग्रस्त किया गया.
बिहार में कार्रवाई करने गयी पुलिस पर हमले की घटना थमने का नाम नहीं ले रही है. हाल में ही हुई कटिहार की घटना के बाद अब पूर्णिया पुलिस को भी तस्कर के खिलाफ कार्रवाई करना महंगा पड़ा है. शराब मामले को लेकर चुनापुर रोड स्थित बक्सा घाट बड़ी मुसहरी टोला में छापेमारी करने गई मधुबनी थाना की पुलिस पर लोगों ने हमला कर दिया. पत्थरबाजी के कारण पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई.
शराब तस्कर को गिरफ्तार किया
राहत की बात यह है कि इस वरदात के दौरान किसी पुलिसकर्मी की घायल होने की सूचना नहीं है. वहीं पुलिस ने छापेमारी के दौरान 15 लीटर देसी शराब बरामद कर एक तस्कर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अभियुक्त का नाम किशोर ऋषि बताया गया है.
थानाध्यक्ष बोलीं..
मामले को लेकर मधुबनी थानाध्यक्ष श्वेता कुमारी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि मुसहरी टोला में देसी शराब का अवैध कारोबार चल रहा है. सूचना के सत्यापन के बाद शुक्रवार की रात पुलिस बल के साथ मुसहरी टोला में छापेमारी की गई. इस दौरान 15 लीटर देसी शराब बरामद करने के बाद एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस वाहन पर किया गया पथराव
थानाध्यक्ष ने बताया कि छापेमारी के दौरान रात के अंधेरे का फायदा उठाकर कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा पुलिस गाड़ी पर पत्थरबाजी की गई. पत्थरबाजी में गाड़ी के पीछे का शीशा टूट गया है. बताया कि गिरफ्तार कारोबारी से गहन पूछताछ की जा रही है. घटना के आधार पर थाने में मामला दर्ज किया गया है.
पटना में प्रशासन की टीम पर हमला
पटना जंक्शन गोलंबर से शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने गयी जिला प्रशासन और पटना नगर निगम की संयुक्त टीम पर वेंडरों ने हमला कर दिया. हमले में पटना नगर निगम अतिक्रमण हटाओ टास्क फोर्स के दो गार्ड घायल हो गये. हमला करने वाले वेंडरों के खिलाफ जिला प्रशासन और पटना नगर निगम ने कोतवाली थाने में एफआइआर दर्ज करवाने के लिए आवेदन दिया है. सूत्रों की मानें तो शनिवार को अतिक्रमणकारियों के खिलाफ पुलिस एफआइआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी. वहीं, फुटपाथी दुकानदारों ने आरोप लगाया कि निगम कर्मियों द्वारा ठेला पलट देने से उनका सामान गिर गया. इसको लेकर जब विरोध किया, तो निगम कर्मियों ने कार्रवाई की.