पटना. पटना के दानापुर इलाके में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस की टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया. इसमें कई पुलिस को हल्की चोटे आई है, वही दो पुलिसवाले बुरी तरह घायल हो गये. इस दौरान इलाके में अफरा-तफरी मच गयी. आनन-फानन में गंभीर रूप से घायल दोनों पुलिस कर्मियों को पटना के LNJPN ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया. जहां दोनों की हालत गंभीर बतायी जा रही है.
कई साल से लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था
बताया जाता है कि दानापुर ब्लॉक में कई साल से लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था. इन लोगों को यहां से हटाने का आदेश भी जारी किया गया था. यहां रहने वाले लोगों को मनेर में सरकार की ओर से जमीन आवंटित कर दी गयी थी, लेकिन लोग यहां से हटने को तैयार नहीं थे. एक माह पहले ही इन लोगों को जिला प्रशासन की तरफ से जमीन को खाली करने का नोटिस दिया गया था, लेकिन लोग जमीन को खाली नहीं कर रहे थे और ना ही मनेर जाने का नाम ले रहे थे.
उग्र लोगों ने पुलिस की टीम पर हमला बोल दिया
लोगों को यहां से हटाने के लिए पुलिस की टीम रविवार को पहुंची थी. पुलिस को देखते ही लोग उग्र हो गये और हंगामा करने लगे. उग्र लोगों ने पुलिस की टीम पर हमला बोल दिया. इस हमले में दो पुलिस कर्मी बुरी तरह से घायल हो गये. वही कई पुलिस कर्मियों को हल्की चोटें आई. बुरी तरह घायल दारोगा लाल बाबू यादव और फायर बिग्रेड के जवान संतोष को अस्पताल में एडमिट कराया गया, जहां दोनों का इलाज चल रहा है. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.
शरारती तत्वों ने एक झोपड़ी में आग लगी दी
हमारे संवाददाता के अनुसार प्रखंड परिसर से अतिक्रमण हटाने गयी पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा. असामाजिक तत्वों ने इस दौरान काफी बवाल किया. डीएम के निर्देश पर अनुमंडल व अंचल प्रशासन पुलिस बल के साथ रविवार को प्रखंड परिसर से अतिक्रमण किये हुए लोगों को हटाने पहुंचा था. इस बीच शरारती तत्वों ने एक झोपड़ी में आग लगी दी. इसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गयी. देखते ही देखते असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इस बीच एक जेसीबी में भी आग लगा दी गयी और एक एबुलेंस तथा एक दमकल की गाड़ी का शीशा फोड़ दिया गया. पथराव में आधा दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी जख्मी हो गये.
झोपड़ियों में रखे करीब एक दर्जन गैस सिलिंडरों में विस्फोट
जख्मी सभी पुलिस कर्मियों को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से दो सिपाही की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. इस बीच आग ने विकराल रूप ले लिया. 100 अधिक झोंपड़ियों इसकी चपेट में आ गयीं. झोपड़ियों में रखे करीब एक दर्जन गैस सिलिंडरों में विस्फोट हो गया. इससे प्रखंड के पीछे का शीश चकानचूर हो गया. आगलगी में तीन बाइकें भी जल गयीं. करीब एक सौ महादलित परिवारों का कीमती सामान जल कर राख हो गया है.
2012 से ही प्रखंड कार्यालय परिसर में बसे हैं 159 परिवार
2012 में दियारा के पुरानी पानापुर पंचायत में गंगा के कटाव से विस्थापित होकर 159 महादलित परिवार प्रखंड परिसर में बसे गये थे. विस्थापित परिवारों ने पुनर्वास की मांग को लेकर कई बार सीओ कार्यालय का घेराव भी किया था.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
वर्षों से दियारे के कटाव से विस्थापित 159 महादलित परिवार प्रखंड परिसर की सरकारी जमीन में बसे हुए थे. सरकार ने क्रय नीति के तहत मनेर के महिनावां में जमीन खरीद कर इनमें से 114 परिवारों को जमीन मुहैया करायी थी और 45 परिवारों को जमीन खरीद कर दिया जाना है. कई बार इन्हें जमीन खाली करने को कहा गया. रविवार को डीएम के निर्देश पर शांतिपूर्वक अतिक्रमण हटाया जा रहा था. इसी बीच पीछे की की झोपडी में असामाजिक तत्वों ने आग लगा दी. उन लोगों ने काफी बवाल किया. पथराव में एक दर्जन पुलिस कर्मी जख्मी हो गये है. असामाजिक तत्वों को चिह्रित किया जा रहा है. उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी. एक सौ से अधिक लोगों के विरूद्ध मामला दर्ज किया जायेेगा.
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– एसडीओ, दानापुर