मुजफ्फरपुर. बिहार में इन दिनों पुलिस पर हमले की घटनाएं अधिक सामने आ रही है. अब इसको लेकर जब पुलिस प्रसाशन सतर्क हुई है. दरअसल शराब की तलाश या अन्य मामले में जब छापेमारी की जाती है तो पुलिस को हर जगह भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. ताजा मामला मुजफ्फरपुर का है. यहां छापेमारी करने गयी पुलिस टीम पर लोगों ने हमला बोल दिया. इसमें कई पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गये हैं. अब तक पुलिस ने इस मामले में चार नामजद हमलावरों को गिरफ्तार का कोर्ट में पेश किया गया है. उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में कथैया थाना क्षेत्र के ठिकहां गांव में एक आरोपित को गिरफ्तार करने गयी पुलिस टीम पर लोगों ने हमला बोल दिया. इसमें थानाध्यक्ष समेत 13 लोग बुरी तरह से घायल बताएं जा रहे हैं. कहा जाता है कि लोगों ने हमले के दौरान पुलिसवालों से हथियार छीनने का भी प्रयास किया. लोगों की आक्रमकता देख तत्काल पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना बड़े अधिकारियों को दी. इसके बाद अतरिक्त पुलिस बल वहां भेजा गया. पूरे इलाके में पुलिस बल की मौजूगी देख गांव के लोग पीछे हटे. इस झड़प में कथैया के थानाध्यक्ष समेत कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. सभी को पास के अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया.
पुलिस सूत्रों की माने तो मुजफ्फरपुर जिले के ठिकहां गांव में अनवर अली मंसूरी के घर को बुलडोजर से क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. इसी मामले में नामजद आरोपितों की गिरफ़्तारी को लेकर पुलिसकर्मी वहां छापेमारी करने पहुंचे थे. ठिकहां गांव में जैसे ही पुलिस बल पहुंचा, लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया. इसके बाद जब पुलिसवालों के तरफ से सख्ती बरती गई तो पथराव शुरू कर दिया गया. कुछ लोगों ने पुलिसकर्मी से हथियार भी छीनने की कोशिश की. इस पूरी झड़प में कुल 13 लोग घायल हो गए.
इधर, इस मामले में थानाध्यक्ष राजपत कुमार ने अपने बयान पर 15 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. प्राथमिकी में इन लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने, साथ ही पुलिसकर्मियों पर हमला कर हथियार छीनने का प्रयास, जाति सूचक गाली- गलौज करने, आरोपियों को छुड़ाने और कागजात फाड़ने का आरोप लगाया गया है.