पटना. तारामंडल को आधुनिक बनाने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है. तारामंडल भवन के स्ट्रक्चर और लोड को समझने के बाद शनिवार से ऑडिटोरियम के इंटीरियर रिनोवेशन का कार्य शुरू कर दिया गया गया है. इससे पहले तारामंडल के वाटर प्यूरिफिकेशन और इंसुलेशन का काम किया गया. इसके आधुनिकीकरण की जिम्मेदारी जर्मन कंपनी कालजाइज को दिया गया है.
शनिवार को कोलकाता की ऑर्बिट आर्किटेक कंपनी की टीम ने इंटीरियर रिनोवेशन का काम शुरू कर दिया है. फिलहाल पुराने ऑडिटोरियम की फ्लोरिंग का काम किया जा रहा है. इसके बाद गैलरी सिटिंग और झुकावदार चेयर की सेटअप तैयार की जायेगी.
इसके साथ ही लाइटिंग और एकूस्टिक साउंड ट्रीटमेंट का कार्य शुरू किया जायेगा. यह राज्य का पहला थ्री-डी प्लेटोरियम होगा, जिसमें दर्शकों को फिल्म देखने पर ऐसा एहसास होगा कि वे सौर मंडल के काफी करीब हैं.
नये तारामंडल में दर्शकों को छह प्रोजेक्टर के माध्यम से थ्री-डी आधारित सौर मंडल पर बनी वर्ल्ड क्लास फिल्में दिखायी जायेंगी. नये ऑडिटोरियम का पावर रूम ऑडिटोरियम के नीचे होगा और कंट्रोल पैनल भी ऑडिटोरियम के कोने में बनाया जा रहा है.
इससे पहले ऑनलॉग सिस्टम डोम के बीच में रखी गयी थी. फ्लोरिंग के कार्य पूरा होने के बाद 15 दिनों के बाद सेटिंग आउट के बाद यह फैबरिकेशन का कार्य शुरू किया जायेगा. तारामंडल के आधुनिकीकरण का कार्य पूरा होने में एक साल से अधिक का समय लगेगा.