पटना. राजधानी में कोरोना वायरस से हो रही मौत के कारणों का स्वास्थ्य विभाग पता लगायेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके लिए देश के सभी राज्यों को ऑडिट करने के निर्देश जारी किये हैं. बिहार स्वास्थ्य विभाग ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच और पटना एम्स के अलावा निजी अस्पतालों में कोरोना से मौत के लिए ऑडिट समिति का गठन होगा. यही नहीं, कोविड मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों को भी कोरोन से हो रही मौत की जानकारी देनी होगी. इसके लिए अलग से एक नोडल अधिकारी तैनात करने को कहा गया है.
तीसरी लहर में यानी बीते पांच जनवरी से अब तक करीब एक महीने में इलाज के दौरान 95 से अधिक कोरोना मरीजों की मौत संबंधित चारों मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में हो चुकी है. इसमें सबसे अधिक एम्स में मौत हुई है. स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लगातार हो रही मौत के कारण क्या हैं, उसका पता लगाने के लिए डेथ ऑडिट समिति गठन करने की कवायद शुरू कर दी गयी है. हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि अभी तक मौतों की प्राथमिक रिपोर्ट जो आ रही है, उसमें ज्यादातर ने टीका नहीं लगवाया है. इसके अलावा बहुत से ऐसे लोग हैं जो पहले से किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं या फिर अस्पताल पहुंचने में देर हो रही है यानी गंभीर हालत में अस्पताल पहुंच रहे हैं.
पटना. कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रही लगातार कमी के बावजूद भी राज्य में ऐसा एक भी जिला अभी तक नहीं है, जहां पर एक्टिव केस न पाया गया है. राज्य में अभी 3752 एक्टिव केस हैं, जिनमें सबसे कम सात एक्टिव केस जहानाबाद जिला में जबकि सर्वाधिक 450 एक्टिव केस वाला जिला पटना है. राज्य के 11 जिलों में 100 से अधिक एक्टिव केस अभी हैं. कोरोना के एक्टिव केस के मामले में पटना जिला में 450, बेगूसराय जिला में 264, दरभंगा जिला में 173, गोपालगंज जिला में 144, मधेपुरा में 229, मुंगेर में 142, पश्चिम चंपारण में 226, पूर्वी चंपारण में 221 है
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पूर्णिया में 364, सहरसा में 211 और सारण जिले में 195 एक्टिव केस हैं. इसके अलावा अररिया में 79, अरवल में 14, औरंगाबाद में 17, बांका में 53, भागलपुर में 61, भोजपुर में 37, बक्सर में 67, गया में 17, जमुई में 30, जहानाबाद में सात, कैमूर में 43, कटिहार में 60, खगड़िया में 11, किशनगंज में 36, लखीसराय में नौ, मधुबनी में 76, मुजफ्फरपुर में 83, नालंदा में 15, नवादा में 18, रोहतास में 37, समस्तीपुर में 96, शेखपुरा में 37, शिवहर में 19, सीतामढ़ी में 56, सीवान में 44, सुपौल में 34 और वैशाली जिले में 77 एक्टिव केस हैं.