पटना. विधानसभा में कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री आलोक रंजन ने 520 करोड़ का बजट पेश किया. उन्होंने कहा कि सभी प्रमंडलीय मुख्यालय में 500 सीट का ऑडिटोरियम बनाया जायेगा. इसके साथ ही यहां आर्ट गैलरी भी बनाने की योजना है.
इसके अलावा महात्मा गांधी से जुड़े तीन स्थानों बेतिया, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर में 41-41 करोड़ की लागत से दो-दो हजार क्षमता वाले ऑडिटोरियम की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है. इसके अलावा 15 करोड़ की लागत से सात ऑडिटोरियम बनाने की योजना है. मधुबनी स्थित मिथिला चित्रकला संस्थान का निर्माण 27 करोड़ 48 लाख की लागत से कराया जा रहा है. यहां से सर्टिफिकेट और डिग्री कोर्स जल्द ही शुरू हो जायेगा.
मंत्री ने कहा कि कलाकार प्रोत्साहन योजना के तहत 2020 में एक हजार 256 कलाकारों ने आवेदन किया, जिसमें 540 को छह लाख 70 हजार रुपये दिये गये. इसी तरह 2021 में एक हजार नौ आवेदनों में उपर्युक्त पाये गये 228 को चार लाख 81 हजार रुपये दिये गये. उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर सांस्कृतिक गतिविधि को पहुंचाने के लिए लगातार कार्य किये जा रहे हैं. नये वित्तीय वर्ष में इसके लिए कई कार्ययोजनाएं तैयार की गयी हैं.
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि 2005 की तुलना वर्तमान स्थिति से करें, तो राज्य के सड़कों की सूरत काफी बदल गयी है. एमडीआर (वृहद जिला पथ) के तहत 2005 में सिंगल लेन सड़कों का प्रतिशत 91.49 था, जो 2021 में घट कर 41.78 प्रतिशत हो गया. इंटरमीडिएट सड़कों का प्रतिशत 6.25 से बढ़ कर 42.36 प्रतिशत हो गया. दो लेन सड़कें 1.23 प्रतिशत से बढ़ कर 13.98 प्रतिशत हो गयीं.
इसी तरह स्टेट हाइवे के तहत आने वाली सिंगल लेन (3.75 मीटर या इससे कम चौड़ी) सड़क 44.85 से घट कर 12.32 प्रतिशत हो गयी. इंटरमीडिएट सड़क 52.78 से घट कर 10.40 प्रतिशत हो गयी. दो लेन सड़कों का प्रतिशत 2.37 से बढ़ कर 9.57 प्रतिशत हुआ. चार और छह लेन की सड़कें शून्य से बढ़ कर 9.57 प्रतिशत हो गयीं. एनएच को देखें, तो इनकी लंबाई तीन हजार 624 से बढ़ कर पांच हजार 437 किमी हो गयी है.