औरंगाबाद. प्रेमिका (girlfriend) अपने प्रेमी ( boyfriend) के साथ गुरुवार को सदर अस्पताल पहुंची. प्रेमिका ने अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया. इसकी सूचना मिलते ही अस्पताल में बवाल मच गया. प्रेमी भी अपनी प्रेमिका और बच्चे को अकेले अस्पताल में छोड़कर फरार हो गया. मामले की सूचना मिलने पर लड़की के परिजन भी अस्पताल पहुंचे. लेकिन उन लोगों ने भी बच्चे को अपनाने से इंकार कर दिया. इसके कारण अस्पताल में काफी देर तक अफरा- तफरी की स्थिति बनी रही. बवाल बढ़ने पर पुलिस भी सदर अस्पताल पहुंची. लेकिन लड़की के परिजन पुलिस के हस्तक्षेप के बाद भी लोक लाज के कारण बच्चे को अपनाने को तैयार नहीं हैं.
औरंगाबाद के शहरी क्षेत्र की रहने वाली लड़की सरकारी संस्थान में काम करने वाले एक लड़के से काफी दिनों से प्रेम संबंध था. इसी क्रम में लड़की कुछ माह पूर्व प्रेग्नेंट हो गयी.शादी का झांसा देकर उसके प्रेमी बच्चा रखने की बात कही. नौ महीने बाद दोनो बच्चे को जन्म देने के लिए सदर अस्पताल पहुंचे. परिसर में दोनो घंटों तक इधर उधर भटकते रहे. अस्पताल परिसर में उन्हें जब इसकी जानकारी नही मिली तो वे दोनो पूछताछ काउंटर पर पहुंचे. इसके बाद पूछताछ काउंटर की कर्मी द्वारा लड़की को प्रसव वार्ड ले जाया गया, जहां उसका सुरक्षित प्रसव हुआ. लेकिन, जब प्रसव कराने वाले नर्सों को दोनो पर शक हुआ तो मामला बढ़ गया.
नर्सो ने इसकी तत्काल सूचना सदर अस्पताल के डीएस व अस्पताल प्रबंधक को दी गयी. सूचना पाकर दोनो प्रसव वार्ड पहुंचे इसके बाद इसकी सूचना नगर थाना पुलिस को दी गई. सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस भी पहुंच गई. इसके बाद पूरे मामले की पड़ताल कर कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई. कागजी प्रक्रिया के उपरांत जब पुलिस के ओडी स्लीप पर प्रेमी को पिता के रूप में हस्ताक्षर करने को कहा गया तो प्रेमी आवेश में आ गया और हस्ताक्षर करने से इंकार कर वहां से फरार हो गया. इसके बाद प्रेमिका की बड़ी बहन अस्पताल पहुंची. बहन का कहना था कि उसे बच्चा नही चाहिए लेकिन बहन सुरक्षित चाहिए. इधर, प्रेमिका को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पूरी तरह से देखरेख में रखा गया है.