अंबा : प्रखंड क्षेत्र में लगातार 40 घंटों से बिजली गुल रहने को लेकर आक्रोशित उपभोक्ताओं ने बुधवार को हरदता विद्युत सब स्टेशन के समीप प्रदर्शन किया. उपभोक्ता अधिकारियों पर लापरवाही करने का आरोप लगा रहे थे. उनका कहना था कि महिने में मात्र 10 से 12 दिन बिजली रहती है.
जब फॉल्ट होता है, तो अधिकारी उसे बनवाने में दो से तीन दिन समय लगाते हैं. ग्रामीणों का कहना था कि अधिकारी फॉल्ट को ठीक करने का प्रयास हीं नहीं करते हैं. औरंगाबाद ग्रिड से अंबा में बिजली जोड़े जाने के लिए नौ वर्षों से कार्य कराया जा रहा है, पर इतने दिन में भी यह कार्य पूरा नहीं किया जा सका. यह अधिकारियों की लापरवाही की देन है. इस संबंध में ग्रामीणों ने अनुमंडल पदाधिकारी के नाम आवेदन दिया है. आवेदन में लिखा है कि व्यवस्था में सुधार नहीं होता है, तो वे लोग बाध्य होकर चक्का जाम करेंगे. इस मौके पर आलोक कुमार, राजू कुमार, पंकज पासवान, राजेंद्र प्रसाद सिंह, अर्जुन पांडेय, अभय कुमार, जयराम दूबे, कपिलदेव सिंह, विनय सिंह, विक्की कुमार, उतम दूबे, जयंत कुमार समेत दर्जनों उपभोक्ता थे. विदित हो कि पिछले एक माह से प्रखंड क्षेत्र में बिजली व्यवस्था बदहाल है.
दोबारा हो सकता है एरका व कुटुंबा जैसा आंदोलन : ग्रामीणों का आक्रोश जिस तरह बढ़ता जा रहा है, उससे ऐसा लगता है कि किसी भी समय उग्र आंदोलन हो सकता है.
मात्र 10 दिनों में दो बार ग्रामीण बिजली कार्यालय के समीप हंगामा कर चुके हैं. इसके बाद भी विभाग के अधिकारी सकारात्मक पहल नहीं कर रहे हैं, जो प्रशासन के लिए सिरदर्द बन सकता है. यही स्थिति यही रही, तो हाल में हुए एरका में सड़क जाम व रेफरल अस्पताल कुटुंबा जैसे उग्र आंदोलन से इंकार नहीं किया जा सकता है.
प्रभात खबर की पहल व एमडी के निर्देश पर शुरू हुई सप्लाइ : पिछले 40 घंटों से बाधित बिजली सप्लाइ बुधवार की दोपहर से शुरू हुई. प्रभात खबर की पहल पर एमडी आर लक्ष्मण के निर्देश पर आनन-फानन में बिजली ठीक करायी गयी.
विदित हो कि 24 घंटे से बिजली गुल रहने पर विभाग के स्थानीय अधिकारियों से प्रभात खबर ने जानने का प्रयास किया. अधिकारी स्पष्ट बताने से परहेज करते रहे. इसके बाद प्रभात खबर ने साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी से इस बाबत जानकारी ली, तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई कर बिजली सेवा बहाल करने को कहा.