पिंडदानियों के लिए मंगाया वाटर टैंकर
औरंगाबाद नगर : 15 दिनों तक चलनेवाला अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेला पांच सितंबर से प्रारंभ है़ देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पितरों को पिंडदान करने के लिए जम्होर पुनपुन घाट व सिरिस पुनपुन घाट पहुंच रहे हैं. लेकिन, जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण परेशानियों का […]
औरंगाबाद नगर : 15 दिनों तक चलनेवाला अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेला पांच सितंबर से प्रारंभ है़ देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पितरों को पिंडदान करने के लिए जम्होर पुनपुन घाट व सिरिस पुनपुन घाट पहुंच रहे हैं. लेकिन, जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है़
इससे संबंधित खबरें लगातार प्रभात खबर में प्रकाशित हुईं, जिस पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र प्रसाद ने संज्ञान लिया और श्रद्धालुओं को सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए गुरुवार को दोनों पुनपुन घाटों का निरीक्षण किया़ इस दौरान पुजारी मलय पाठक ने कहा कि वर्षों से जम्होर में पिंडदान करने के लिए श्रद्धालु देश के अलावे विदेशों से आते हैं. लेकिन, उन्हें पीने के लिए पानी की भी व्यवस्था नहीं है
और न ही घाट पर बैठने के लिए कोई सुविधा है़ यहां तक कि जो आने-जाने वाली मुख्य सड़क है, वह भी बदहाल है. इस कारण श्रद्धालुओं को और परेशानी हो रही है़ एसडीओ ने तत्काल पीएचइडी विभाग के माध्यम से
श्रद्धालुओं को पीने के लिए टैंकर से पानी उपलब्ध करवाया़ एसडीओ ने बदहाल सड़क की भी मरम्मत करने की बात कही़ एसडीओ ने कहा कि इस बार तो मेला प्रारंभ हो गया है, हर संभव सुविधा दी जायेगी. अगले वर्ष से श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए जिलाधिकारी से वार्ता कर पहले ही कार्ययोजना बनायी जायेगी़ बदहाल चापाकलों की मरम्मत करने के लिए पीएचइडी विभाग को कहा गया है़ ज्ञात हो कि जम्होर पुनपुन घाट पर कोलकाता के सेठ सूरजमल मारवाड़ी द्वारा भव्य धर्मशाला का निर्माण भी कराया गया था, लेकिन देख-रेख के अभाव में वह बदहाल हो गयी है़ यदि प्रशासन इसकी देखभाल करना प्रारंभ कर दे, तो उससे श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत होगी़