स्पष्टीकरण देने डीइओ ऑफिस पहुंचे 89 एचएम

कहा-एक जगह बैठ कर पूरी की गयी है जांच औरंगाबाद नगर : दाउदनगर में हुए छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में दोषी पाये गये 89 विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने मंगलवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिल कर अपना स्पष्टीकरण दिया. स्पष्टीकरण देने के बाद शिक्षक भूपेंद्र सिन्हा, राजीव कुमार, रंजीत कुमार, अवधेश चौधरी, शांति देवी, चिंता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2017 10:02 AM
कहा-एक जगह बैठ कर पूरी की गयी है जांच
औरंगाबाद नगर : दाउदनगर में हुए छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में दोषी पाये गये 89 विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने मंगलवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिल कर अपना स्पष्टीकरण दिया. स्पष्टीकरण देने के बाद शिक्षक भूपेंद्र सिन्हा, राजीव कुमार, रंजीत कुमार, अवधेश चौधरी, शांति देवी, चिंता देवी, बबिता देवी, सबिता देवी, कविता देवी, सोनी कुमारी, विजय कुमार सहित अन्य प्रधानाध्यापकों ने कहा कि जांच अधिकारी न तो विद्यालय में आकर कागजात का भौतिक सत्यापन किये और न हीं बच्चों व अभिभावकों से पूछताछ किये.
बल्कि बैठे-बैठे 89 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों द्वारा छात्रवृत्ति राशि का गबन करने का आरोप लगा दिये, जो बिल्कुल ही गलत है. यही नहीं पांच विद्यालयों के प्रधानाध्यापक पर ऐसा आरोप लगाया गया है, जो इस मामले में कुछ जानते भी नहीं हैं और उनके द्वारा बैंक खाते से राशि की निकासी की गयी है.
जबकि, शिक्षा विभाग के निदेशक आरके महाजन द्वारा 10 अक्तूबर 2015 को आदेश निर्गत किया गया था कि छात्रवृत्ति राशि का नकद भुगतान छात्रों को करना है. उसी आदेश के आलोक में नकद राशि का वितरण छात्रों के बीच किया गया है.
इसके बाद किसी प्रकार का कोई आदेश नहीं दिया गया. इसकी निष्पक्ष जांच करायी जाये, तब आगे की कार्रवाई की जाये. इस संबंध में पूछे जाने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी रामप्रवेश सिंह ने बताया कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक अपना जवाब दिये हैं. विभाग से जो निर्देश प्राप्त होगा, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.

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