परिजनों ने किया हंगामा

डॉक्टरों व कर्मियों पर लापरवाही का आराेप औरंगाबाद नगर : सदर अस्पताल की चिकित्सीय व्यवस्था दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है़ यहां आनेवाली प्रसव पीड़ित महिलाओं का प्रसव भगवान भरोसे होता है, क्योंकि प्रसव कराने की जिम्मेदारी एएनएम की है. यदि मामला बिगड़ जाता है और मरीज की हालत गंभीर हो जाती है तो कॉल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2017 7:47 AM
डॉक्टरों व कर्मियों पर लापरवाही का आराेप
औरंगाबाद नगर : सदर अस्पताल की चिकित्सीय व्यवस्था दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है़ यहां आनेवाली प्रसव पीड़ित महिलाओं का प्रसव भगवान भरोसे होता है, क्योंकि प्रसव कराने की जिम्मेदारी एएनएम की है.
यदि मामला बिगड़ जाता है और मरीज की हालत गंभीर हो जाती है तो कॉल पर रहे महिला डाॅक्टर अस्पताल पहुंच कर रेफर का पुर्जा थमा देते हैं.
यही कारण है कि मंगलवार को प्रसव के दौरान एक नवजात शिशु की मौत हो गयी़ शिशु की मौत के बाद परिजन इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा कर हंगामा करना शुरू कर दिया़ परिजनों का कहना था कि सही तरीके से महिला चिकित्सक की देखरेख में प्रसव कराया जाता, तो शायद शिशु की मौत नहीं होती.
परिजनों द्वारा हंगामा की सूचना पाकर प्रभारी सिविल सर्जन डाॅ जर्नादन प्रसाद वहां पहुंचे और परिजनों से बातचीत की़ इस दौरान परिजन रंजन गिरी, रामेश्वर गिरी, मुन्ना गिरी ने कहा कि नगर थाना क्षेत्र के गंगटी की जूली देवी प्रसव पीड़ा से पीड़ित थी़ उसे सदर अस्पताल लाया गया था़
दोपहर में उसने एक लड़का को जन्म दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद बच्चे की मौत हो गयी. यदि सही तरीके से प्रसव कराया जाता, तो शिशु की मौत नहीं होती. मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रभारी सीएस ने परिजनों को आश्वासन दिया कि इस पूरे मामले की जांच करायी जायेगी़ इसके लिए टीम का गठन किया जायेगा़ अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उस पर कार्रवाई की जायेगी.

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