परसावां में नया स्कूल खोलने पर विचार करेगी सरकार
अधिकारियों को समझाने बुझाने पर माने गांववाले स्कूल में बच्चों को भेजने पर हुए राजी कुटुंबा : कुटुंबा के लभरी व तिलवा परसांवा के ग्रामीणों के बीच मध्य विद्यालय लभरी में जारी खींचतान को सुलझाने के लिए मंगलवार को बीइओ परशुराम प्रसाद अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ विद्यालय पर पहुंचे. दोनों गांवों के ग्रामीणों को […]
अधिकारियों को समझाने बुझाने पर माने गांववाले
स्कूल में बच्चों को भेजने पर हुए राजी
कुटुंबा : कुटुंबा के लभरी व तिलवा परसांवा के ग्रामीणों के बीच मध्य विद्यालय लभरी में जारी खींचतान को सुलझाने के लिए मंगलवार को बीइओ परशुराम प्रसाद अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ विद्यालय पर पहुंचे.
दोनों गांवों के ग्रामीणों को बुलावा भेजा पर तिलवा परसांवा के ग्रामीण वहां आने से मना कर दिया. बाद में अधिकारी खुद उक्त गांव जाकर ग्रामीणों को समझा-बुझा कर विद्यालय पर लाया. दोनों गांव के ग्रामीणों को अपनी-अपनी समस्याएं रखने को कहा. तिलवा परसांवा के ग्रामीण उक्त विद्यालय में पढ़ाने से मना कर रहे थे. उनका कहना था कि लभरी के ग्रामीण बच्चों के साथ अभद्रता से पेश आते हैं.इस पर लभरी गांव के लोगों ने कहा कि ऐसा कुछ भी बात नहीं हुई है हम सबों के लिए सभी बच्चे बराबर हैं. विद्यालय मे बच्चों को भेजें किसी प्रकार की बात यहां नहीं है. बीइओ परशुराम प्रसाद ने कहा कि बच्चे सभी एक हैं. रही बात विद्यालय की. विद्यालय किसी गांव का नहीं होता है.
यह एक सार्वजनिक संस्था है, जिसमें कोई भी अध्ययन कर सकता है. दोनों गांवों के ग्रामीणों से कहा कि वे समन्वयकारी भावना बनाकर बच्चों को पढायें. तिलवा परसांवा गांव के ग्रामीणों से कहा कि नये विद्यालय का एलॉटमेंट आने पर विद्यालय खोलेजाने पर विचार किया जायेगा. अभी सभी बच्चों को भेजें. इस पर ग्रामीण राजी हुए हैं. बैठक में बीआरपी विकास कुमार, सीआरसीसी संतोष कुमार, आनंद अकेला, राजेश्वर पासवान, एचएम दीपक कुमार मौजूद थे.