सीएम का सम्मान औरंगाबाद के अवाम को समर्पित

शहरवासियों ने गाजेबाजे के साथ जिलाधिकारी की किया स्वागत,देवी-देवताओं के चरणों में भी डीएम ने नवाया शीश औरंगाबाद कार्यालय : सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथो मेधा सम्मान से सम्मानित औरंगाबाद के जिलाधिकारी कंवल तनुज रविवार की देर शाम जैसे ही औरंगाबाद पहुंचे ,शहरवासियों ने उनके सम्मान में अपनी पलके बिछा दी. मानो आज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2017 7:19 AM

शहरवासियों ने गाजेबाजे के साथ जिलाधिकारी की किया स्वागत,देवी-देवताओं के चरणों में भी डीएम ने नवाया शीश

औरंगाबाद कार्यालय : सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथो मेधा सम्मान से सम्मानित औरंगाबाद के जिलाधिकारी कंवल तनुज रविवार की देर शाम जैसे ही औरंगाबाद पहुंचे ,शहरवासियों ने उनके सम्मान में अपनी पलके बिछा दी.
मानो आज विजेता घर लौटा हो.सबसे पहले डीएम जामा मसजिद प्रांगण में पहुंचे,जहां उन्हें गाजे- बाजे के साथ स्वागत किया गया और वहीं से उनका सम्मान यात्रा प्रारंभ हुई.उपस्थित लोगों ने डीएम का भव्य स्वागत किया. समाजसेवी सल्लू खान, अब्दुला रजा,सिकंदर हयात, प्रकाश कुमार,अभिषेक कुमार,मुन्ना कुमार ,बबलू खान ने उन्हें माला पहनाकर भविष्य की शुभकामना दी. मसजिद के कार्यक्रम के बाद लोगों के हुजूम के साथ डीएम धर्मशाला चौक स्थित गणपति मंदिर पहुंचे. इस दौरान युवाओं की टोली थिरकते हुए उनका अभिनंदन किया. आगे-आगे जिलाधिकारी चल रहे थे,इनके पीछे युवाओं की हुजूम इनके नाम का जयकारा लगाते हुए चल रहा था.
कुछ लोग गाजे बाजे पर नृत्य के साथ थिरक रहे थे. जिसे देखकर ऐसा आभास हो रहा था कि शहर के लोग जिलाधिकारी के प्रति कितने समर्पित व उत्साहित है. सम्मान यात्रा के दौरान डीएम कंवल तनुज सबसे पहले भगवान सिद्धि विनायक के मंदिर में पहुंचे वहां पूजा अर्चना करने के उपरांत भगवान सिद्धि विनायक से जिले की सुख समृद्धि की कामना की.
वहीं से दुर्गा मंदिर पहुंचे और मां जगतजननी के चरणों में शीश झुकाया. भगवान शिव के आशीर्वाद के लिए शिवालय और संकट मोचन मानस मंदिर में भी गये. लगभग आधे घंटे तक पूजा अर्चना का दौर चलता रहा. इस दौरान पूरा धर्मशाला चौक जयकारे और गाजे बाजे से गूंजायमान होता रहा. जिलाधिकारी वहां से पुन: जामा मसजिद के प्रांगण पहुंचे और लोगों के साथ अपनी खुशियां बांटी. इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि यह सम्मान जिलावासियों को मैं समर्पित करता हूं . यहां के लोगों के द्वारा जो मुझे अटूट स्नेह और प्यार मिलता है उसी का परिणाम है कि मैं अपने कर्तव्य को निष्ठापूर्वक निर्वहन कर पाता हूं और सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा मुझे सम्मानित
किया गया.

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