बेटी बचाओ योजना के विज्ञापन की सच्चाई जाने बगैर बालिकाओं में होड़

किसी भी सरकारी योजना का आवेदन ऑनलाइन लिया जाता है : एसडीओ फाॅर्म की असलियत जानने की बात कह रहे अधिकारी कुटुंबा : बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ योजना के आवेदन करने के लिए बालिकाओं में होड़ मची हुई है. साथ ही उनके परिजन व डाक कर्मी परेशान दिख रहें हैं. यह योजना वास्तव में सरकारी है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2018 5:27 AM

किसी भी सरकारी योजना का आवेदन ऑनलाइन लिया जाता है : एसडीओ

फाॅर्म की असलियत जानने की बात कह रहे अधिकारी
कुटुंबा : बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ योजना के आवेदन करने के लिए बालिकाओं में होड़ मची हुई है. साथ ही उनके परिजन व डाक कर्मी परेशान दिख रहें हैं. यह योजना वास्तव में सरकारी है या फर्जी इसके बारे में कोई स्पष्ट रूप से बता नहीं पा रहा है. बालिकाओं व उनके परिजन की बात मानें तो भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय से प्रति अभ्यर्थी दो लाख रुपये बेटी के पढ़ाने व सुरक्षा पर खर्च किया जाना है. अंबा व कुटुंबा के अलावे बाजार में सभी जगहों पर धड़ल्ले से फार्म बिकते देखा जा रहा है. दो लाख शीघ्र दिलाने के लिए बिचौलिये गांव में घूम रहें हैं. इस होड़ में ग्रामीण क्षेत्रों के भोले भाले लोगों को ब्लैक में भी फार्म खरीदना पड़ रहा है.
वैसे बुद्धिजीवी वर्ग उक्त योजना को फर्जी करार दे रहें हैं पर वे भी आवेदन कर रहें हैं. आये दिन कभी बीपीएल तो कभी राशन कार्ड तो कभी कॉलोनी व पेंशन के लाभ दिलाने के लिए फर्जी आवेदन कराते गया है. जब योजना की वास्तविकता जानने के लिए बारी-बारी से बीडीओ लोक प्रकाश और सीडीपीओ आशा कुमारी से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि इस संबंध में सरकारी या अधिकारी स्तर पर किसी प्रकार का पत्र प्राप्त नहीं हुआ है.
परेशान दिखे डाककर्मी : उक्त योजना का फार्म पांच रुपये से 50 रुपये तक अभ्यर्थियों को बाजार से खरीदना पड़ रहा है. स्पीड पोस्ट करने में 40 रुपये से 45 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. फार्म जमा करने के लिए प्रखंड के अंबा, कुटुंबा समेत सभी ग्रामीण क्षेत्र के पोस्ट आॅफीस पर काफी भीड़ उमड़ जा रही है. इस क्रम में डाक कर्मियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. अगर भीड़ को देख कर गेट बंद कर दे रहे हैं तो लड़कियां गेट तक पिटने लग रही है. दूसरे तरफ विभाग को और कोई दूसरा कार्य निष्पादन नहीं हो पा रहा है.
इस पते पर पोस्ट किया जा रहा आवेदन : योजना का आवेदन भारत सरकार रक्षा मंत्रालय व बाल विकास मंत्रालय शास्त्री भवन नयी दिल्ली पिन-110001 पर प्रेषित किया जा रहा है. इस संबंध में कुटुंबा के पोस्टमास्टर जगबंश कुमार सिंह व अंबा के शिवशकंर सिंह ने बताया कि कोई भी लड़की या उसके अभिभावक समझाने से नहीं समझ रहे हैं. हंगामा कर दे रहें हैं. ऐसी स्थिति में काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि सुबह से शाम तक काफी भीड़ हो रही है.
बिना जानकारी के हस्ताक्षर कर रहे मुखिया
उक्त योजना के आवेदन पर पंचायत के मुखिया से हस्ताक्षर कराना है. मुखिया बिना सोचें समझें उसपर हस्ताक्षर कर दे रहें हैं. हकीकत से मुखिया भी काफी दूूर हैं. मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष रवीन्द्र कुमार यादव से जानने का प्रयास किया तो कुछ भी बताने से इंकार कर गये. उन्होंने बताया कि इसके लिए अधिकारियों से संपर्क कर पता लगाया जायेगा.
क्या बताते हैं एसडीओ
अब किसी भी सरकारी योजना का आवेदन ऑनलाइन लिया जाता है. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का फार्म कौन और कहां किस आधार पर बेच रहा है. हकीकत पता लगाया जायेगा. साथ ही आवेदन डाक से किस पते पर किसके नाम से प्रेषित किया जा रहा है शीघ्र ही पता कर कार्रवाई की जायेगी.
सुरेंद्र प्रसाद, एसडीओ, औरंगाबाद

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