मम्मी की तरह हमें भी जान से मार देंगे पापा
पिता की करतूत से सहमी है छह वर्षीय बेटी बेटी की हत्या से बरेव गांव में पसरा मातम नाना-नानी को बतायी घटना की हकीकत मानपुर : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरेव गांव में सोमवार सुबह जैसे ही लोग नींद से जागे, तो बबन सिंह के घर में चीख-पुकार सुनाई दी. मौके पर पहुंचने पर पता […]
पिता की करतूत से सहमी है छह वर्षीय बेटी
बेटी की हत्या से बरेव गांव में पसरा मातम
नाना-नानी को बतायी घटना की हकीकत
मानपुर : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरेव गांव में सोमवार सुबह जैसे ही लोग नींद से जागे, तो बबन सिंह के घर में चीख-पुकार सुनाई दी. मौके पर पहुंचने पर पता चला कि बबन सिंह के दामाद व बेटी को अपराधियों ने घर में घुस कर गोली मार दी, जिससे बेटी रिंकी देवी की मौत हो गयी है, जबकि दामाद राहुल शर्मा को पटना इलाज के लिए ले जाया गया है. बबन सिंह अपने परिवारवालों के साथ बेटी के ससुराल औरंगाबाद के हसपुरा थाना क्षेत्र के हैबसपुर गांव पहुंचे तो हकीकत कुछ और ही निकली.
उनकी नतनी नव्या ने बताया कि उसके पिता राहुल ने ही मम्मी की गोली मार कर हत्या की है. वह काफी सहमी थी और बार-बार नाना-नानी से कह रही थी कि वह लोग उसे भी जान मार देंगे. हम यहां नहीं रहेंगे. इधर, रिंकी के दिव्यांग भाई गुड्डू सिंह का बरेव में रो-रोकर बुरा हाल है. रिंकी का दूसरा भाई टुन सिंह दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है. घटना की सूचना मिलने पर वह भी घर के लिए निकल पड़ा है.
गहने बेच कर पति को जेल से छुड़ाया था
शादी के समय से ही राहुल बदमाश किस्म का युवक था. लेकिन, रिंकी के मौसा जयंत शर्मा व मौसी सुषमा ने परिवारवालों को बताया कि राहुल बाप का इकलौता बेटा है. समय के अनुसार बदलाव हो जायेगा. लेकिन, राहुल की आपराधिक गतिविधियां बढ़ती गयीं. राहुल जब हरियाणा व दिल्ली में काम के सिलसिले से गया, तो वहां भी अापराधिक घटनाओं को अंजाम दिया. वह हरियाणा में एक युवती की गोली मार कर हत्या के मामले में जेल भी जा चुका है. रिंकी ने अपने सभी गहने बेच कर राहुल को जेल से छुड़ाया था.
होली के समय मायके में ही थी रिंकी
रिंकी अपने पति की आपराधिक गतिविधियों से काफी दुखी रहती थी. राहुल उससे हमेशा मारपीट करता था. होली के समय रिंकी बरेव में ही थी. कुछ दिन पहले ही राहुल ने रिंकी को अच्छे व्यवहार का वादा कर अपने साथ हैबसपुर ले गया था.
शादी के पहले उठ गया था पिता का साया
जब रिंकी की शादी तैयारी चल रही थी कि उसके पिता विनायक सिंह की मौत हृदय गति रुक जाने से हो गयी थी. उसके भाई टुन सिंह व चाचा बबन सिंह ने उसकी शादी के लिए पहल की. रिंकी के मौसा जयंत शर्मा ने राहुल के बारे में बताया व रिश्ता पक्का कराया, जिसके बाद वर्ष 2010 में दोनों की शादी हुई. प्रताड़ना व उत्पीड़न से तंग रिंकी अपने परिवार को फोन कर सभी घटना की जानकारी देती रहती थी. कुछ माह पहले ही परिवारवालों ने पंचायत कर पति-पत्नी के बीच विवाद का सुलह कराया था. लेकिन, राहुल के मन में तो कुछ और था.