अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा टाउन हॉल

नगर भवन रहते हुए भी लोगों को किसी दूसरी जगह का चयन करना पड़ता है गंदगी व गाजर घास से अटा पड़ा है हॉल नहीं ले रहा कोई सुधी दाउदनगर अनुमंडल : आज विश्व रंगमंच दिवस है. दाउदनगर भी कभी रंगमंच गतिविधियों का प्रमुख केंद्र हुआ करता था और यहां भी अच्छे रंगकर्मी हुआ करते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2018 2:25 AM

नगर भवन रहते हुए भी लोगों को किसी दूसरी जगह का चयन करना पड़ता है

गंदगी व गाजर घास से अटा पड़ा है हॉल
नहीं ले रहा कोई सुधी
दाउदनगर अनुमंडल : आज विश्व रंगमंच दिवस है. दाउदनगर भी कभी रंगमंच गतिविधियों का प्रमुख केंद्र हुआ करता था और यहां भी अच्छे रंगकर्मी हुआ करते थे. यहां पर रंगमंच के अच्छे-अच्छे कलाकार हुआ करते थे. बाद के दिनों में यहां के रंगमंच की गतिविधियां विलुप्त सी होती चली गयीं और पुराने रंगकर्मियों की टीम एक प्रकार से रंगमंच कला से दूर से होते चली गयीं.
दाउदनगर में रंगमंच की समृद्ध परंपरा रही है. इसके कई कारण भी माने जा सकते हैं. इसकी वजह कला को प्रोत्साहन नहीं मिलना या बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी भी मानी जा सकती है. हालांकि हाल के दिनों में स्थानीय स्तर पर कुछ कला संस्थानों ने रंगमंचीय गतिविधि के प्रति जागरूक हुई हैं और रंगमंचीय गतिविधि को बढ़ावा देने की सार्थक पहल उनके द्वारा की जा रही है, लेकिन शहर में टाउन हॉल की दुर्दशा खटकती ही है.
अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है टाउन हॉल : 27 मार्च को पूरे विश्व में विश्व रंगमंच दिवस मनाया जा रहा है. दाउदनगर शहर कलाकारों की धरती रही है. यहां के कलाकार बाहर में जाकर अपने अभिनय का जलवा बिखेर चुके हैं पर अपने शहर में कोई कार्यक्रम के लिए यहां नगर भवन रहते हुए भी अन्य किसी दूसरी जगह का चयन करना पड़ता है. शहर में जब टाउन हॉल बना था तब शहर के रंगमंच के कलाकारों के लिए टाउन हॉल एक तोहफा से कम नहीं था. लेकिन आज टाउन हॉल अपनी दुर्दशा पर आसूं बहा रहा है. छोटे बड़े संस्कृति, राजनीतिक या सामाजिक कार्यक्रम के लिए एक टाउन हॉल की आवश्यकता होती है. इन्हीं उद्देश्यों को लेकर करीब डेढ़ दशक से भी पहले दाउदनगर में टाउन हॉल का निर्माण तत्कालीन विधायक राजा राम सिंह की विधायक ऐच्छिक निधि से कई चरणों में कराया गया था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार तब इसके निर्माण में लाखों रुपये खर्च किये गये थे. बाद में इसे बेहतर बनाने के लिए और भी राशि खर्च की गयी. कुछ सालों तक तो इस भवन का हाल सही रहा, लेकिन बाद में समुचित रखरखाव के अभाव में यह भवन जर्जर होता चला गया. दिन प्रतिदिन टाउन हॉल की जो हालत होती जा रही है, उसे देखकर यही कहा जा सकता है कि इसमें सुविधाओं का घोर अभाव है. टाउन हॉल परिसर के आस पास बड़े-बड़े घास उग आए हैं. गंदगी का अंबार लगा हुआ है. लोगों का कहना है कि कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम या अन्य कार्यक्रम कराने लायक टाउन हॉल की स्थिति ठीक नहीं है.
1993 ई. में तत्कालीन मंत्री ने किया था शिलान्यास
ओबरा के तत्कालीन विधायक सह बिहार सरकार के तत्कालीन मंत्री रामविलास सिंह द्वारा 17 जुलाई 1993 को गोह के तत्कालीन विधायक रामशरण यादव की अध्यक्षता में आयोजित एक समारोह में दाउदनगर के टाउन हॉल का शिलान्यास किया गया था लेकिन इसका निर्माण कार्य वर्ष 2002 के आसपास ओबरा के तत्कालीन विधायक राजाराम सिंह की विधायक ऐच्छिक निधि से कराया गया था. 24 जनवरी 2002 को तत्कालीन विधायक राजा राम सिंह द्वारा ही विधायक मद से शेष निर्माण कार्य का उद्घाटन हुआ था.

Next Article

Exit mobile version