औरंगाबाद/हसपुरा : एक मई को हसपुरा बाजार में दिनदहाड़े जेवर दुकान से हुई 10 लाख की लूट व एक व्यक्ति की पिटाई से हुई मौत के बाद गुरुवार को मगध प्रक्षेत्र के डीआईजी विनय कुमार, एसपी डाॅ सत्यप्रकाश हसपुरा बाजार पहुंचे. इस दौरान दोनों पदाधिकारियों ने हसपुरा थाना पहुंच कर पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक […]
औरंगाबाद/हसपुरा : एक मई को हसपुरा बाजार में दिनदहाड़े जेवर दुकान से हुई 10 लाख की लूट व एक व्यक्ति की पिटाई से हुई मौत के बाद गुरुवार को मगध प्रक्षेत्र के डीआईजी विनय कुमार, एसपी डाॅ सत्यप्रकाश हसपुरा बाजार पहुंचे. इस दौरान दोनों पदाधिकारियों ने हसपुरा थाना पहुंच कर पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया. इसके बाद डीआईजी स्वर्ण व्यवसायी राजकुमार की दुकान पर पहुंच कर पूरे मामले की छानबीन करते हुए पूछताछ की.
इस दौरान डीआईजी ने कहा कि इस लूटकांड में जो भी अपराधी शामिल होंगे, उसका खुलासा पुलिस जल्द कर लेगी. इसके लिए वरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है, जो लगातार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. इस लूटकांड में निर्दोष नहीं फंसेंगे और दोषी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जायेंगे. डीआईजी ने कहा इस मामले को वह खुद अपने स्तर से देख रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि भीड़ ने कानून को हाथ में लिया है. आगे से ऐसा नहीं करें.
प्रशासनिक चूक का भी उठा मामला
इस दौरान मलहारा पंचायत के मुखिया चंद्रशेखर सिंह एवं पीरू पंचायत के मुखिया नागेंद्र सिंह ने डीआईजी से मिल कर मांग पत्र सौंपा और कहा कि जिस तरीके से घटना हुई है, कहीं न कहीं प्रशासनिक चूक है. यदि समय पर पुलिस पहुंच जाती, तो शायद जो ग्राहक खरीद करने आये थे, उनकी जान बचायी जा सकती थी.
गौरतलब है कि इस घटना के विरोध में बुधवार को मृतक के परिजनों ने दोषी स्वर्ण व्यवसायी व पिटाई करनेवाले लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई करने को लेकर हंगामा किया था. वहीं, दहशत के कारण व्यवसायियों ने अपनी दुकानें बंद रखी थीं. गुरुवार को सभी व्यवसायियों ने लूट की घटना के विरोध में दुकानें बंद रख कर विरोध जताया. इस दौरान दाउदनगर एसडीपीओ संजय कुमार व इंस्पेक्टर केके साहनी सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.