बीमारियों से दूरी के लिए पर्यावरण को बचाएं
औरंगाबाद सदर : विश्व रेडक्रॉस दिवस के अवसर पर रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा शहर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सर्वप्रथम शहर के अनुग्रह इंटर विद्यालय के पास सदर अस्पताल स्थित रेडक्रॉस भवन तक प्रभातफेरी निकाली गयी. प्रभातफेरी को जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. प्रभातफेरी में सिविल सर्जन डॉ […]
औरंगाबाद सदर : विश्व रेडक्रॉस दिवस के अवसर पर रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा शहर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सर्वप्रथम शहर के अनुग्रह इंटर विद्यालय के पास सदर अस्पताल स्थित रेडक्रॉस भवन तक प्रभातफेरी निकाली गयी. प्रभातफेरी को जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया.
प्रभातफेरी में सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद व शहर के समाजसेवियों के साथ विवेकानंद विजन आइडियल, महेश एकेडमी, राजर्षी विद्या मंदिर,अनुग्रह इंटर विद्यालय, टाउन इंटर विद्यालय व जूनियर रेडक्रॉस के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. प्रभातफेरी के पश्चात डीएम राहुल रंजन महिवाल ने सदर अस्पताल में मरीजों के बीच फल वितरण किया व रेडक्रॉस भवन में स्वास्थ्य जांच कैंप व वाटर कूलर का शुभारंभ किया.
वंचितों को रेडक्रॉस से मिलेंगी मूलभूत स्वास्थ्य सेवाएं : रेडक्रॉस विश्वस्तरीय संस्था है, जो मानव सेवा के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही है. विश्वयुद्ध में रेडक्रॉस ने लोगों की जो सेवा की है वह सराहनीय रही है. पूरे विश्व में इसकी शाखाएं हैं और दिन प्रतिदिन रेडक्रॉस से जुड़ने वाले लोगों की संख्या बढ़ती चली जा रही है. उक्त बातें जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने विश्व रेडक्रॉस दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल के रेडक्रॉस परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कहीं. डीएम ने कहा कि रेडक्रॉस द्वारा गरीब-वंचितों को मूलभूत स्वास्थ्य सेवाएं मिलती हैं. उन्होंने कहा कि जिले में रेडक्रॉस काफी सक्रिय है और ऐसी आशा करते हैं कि आगामी दिनों में और लोग इस संस्था के साथ जुड़ेंगे. उन्होंने सभी लोगों को रासायनिक खाद रहित खाद्य सामग्री का प्रयोग करने को कहा, ताकि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो सके. जिलाधिकारी ने लोगों से शौचालय निर्माण करने की अपील करते हुए कहा कि खुले में शौच करने से पर्यावरण दूषित होता है और अनेक प्रकार की बीमारियां फैलती हैं. उन्होंने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए सभी लोगों को पौधारोपण करना चाहिए. शहर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की जरूरत है और इसके लिए नगर विकास विभाग द्वारा काम किये जायेंगे. इसमें नगर पर्षद की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. रेडक्रॉस के चेयरमैन सतीश कुमार सिंह,कोषाध्यक्ष शिव गुप्ता, उपाध्यक्ष मरगूब आलम, डॉ रामाशीष सिंह, डॉ चंद्रशेखर प्रसाद, डॉ शोभा रानी, सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद आदि ने भी स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर चर्चा करते हुए संस्था के भूमिका पर प्रकाश डाला. इस मौके पर डॉ निरंजय, समाजसेवी आशुतोष सिंह, पूर्व सचिव मनोज कुमार व मारूत पांडेय आदि उपस्थित थे.
रक्तदान शिविर का भी हुआ आयोजन, 16 समाजसेवियों ने किया रक्तदान : विश्व रेडक्रॉस दिवस के अवसर पर रेडक्रॉस भवन में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. रक्तदान शिविर में 16 लोगों ने रक्तदान किया. वहीं, रेडक्रॉस भवन फिजियोथेरेपी सेवा व वरीय नागरिकों के लिए मुफ्त ब्लड शूगर व ब्लड प्रेशर सेवा की शुरुआत की गयी. इस दौरान आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के बीच पाठ्यसमग्री व स्कूल बैग का वितरण भी किया गया. व्यवसायी पंकज वर्मा, समाजसेवी ओंकारनाथ सिंह, आशुतोष कुमार,अभिषेक कुमार,अमन प्रकाश, ऋषभ सिन्हा, डॉ मनीष कुमार, आशुतोष कुमार सिंह, विकास कुमार सिंह, धीरज अजनबी, उत्तम श्रीवास्तव, रणविजय जायसवाल, अमित कुमार, राहुल कुमार, प्रकाश रंजन सोलंकी व विकास कुमार ने रक्तदान किया.
नये चेयरमैन सतीश के नेतृत्व में शानदार कार्यक्रम : रेडक्रॉस सोसाइटी औरंगाबाद में रेडक्रॉस दिवस के मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.यह पहली मर्तबा है जब रूटीन वाइज कार्यक्रम आयोजित हुए. प्रभातफेरी से कार्यक्रम की शुरूआत हुई. इसके बाद वाटर कूलर, फिजियोथेरेपी सेवा, मुफ्त ब्लड शूगर व ब्लड प्रेशर सेवा की शुरुआत हुई, मरीजों के बीच फल बांटे गये, गरीब बच्चों को पढ़ने के लिए किताबें दी गयी और अंतत: शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. नये चेयरमैन सतीश कुमार सिंह के नेतृत्व में रेडक्रॉस ने आगे की योजनाओं का मूर्त रूप प्रारंभ में ही दिखा दिया.
क्यों मनाते हैं रेडक्रॉस दिवस
इटली और फ्रांस के साथ युद्ध हो रहा था. उसी समय एक युवक पहाड़ी पर बैठा हुआ दूरबीन की सहायता से उस युद्ध का दृश्य को देख रहा था. उसने देखा कि युद्ध में घायल कराहते हुए सैनिकों को कूड़े की तरह ढोकर सहायता शिविरों मे छोड़ा जा रहा है. सैनिकों की ऐसी दशा देख कर वह युवक द्रवित हो गया. वह युवक फ्रांसिसी सम्राट से मिलने पेरिस गया था, पर जब उसे पता चला कि सम्राट मोर्चे पर गये हैं, तो वह उनसे मिलने युद्ध क्षेत्र की तरफ चल पड़ा. वहां का वीभत्स दृश्य देखकर वह सम्राट से मिलने की बात भूल गया. उसके मन मे यही बात घूमने लगी कि कैसे घायलों व सैनिकों की मदद की जाये, तभी उसे सूचना मिली कि घायल सैनिक गिरजाघर में हैं. वह तुरंत उनकी सहायता के लिए वहां जा पहुंचा और उसने हर मुमकिन घायलों की मदद की. रेडक्रॉस के संस्थापक यही युवक थे. इस युवक का नाम जीन हैनरी ड्यूनेंट था. जीन जेनेवा के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्में थे . प्रत्येक वर्ष जीन हेनरी के जन्मदिन पर आठ मई को रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है.