स्कूल से लौट रहे छात्र की कुचल कर मौत
आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे के लिए जाम की सड़क पांच घंटे तक ठप रहा यातायात, वाहनों की लगी रही कतार पुलिस के साथ हुई झड़प भी हादसे के बाद आधे घंटे तक तड़पता रहा बालक नहीं मिल सका एंबुलेंस नवीनगर : नवीनगर- बारुण मुख्य पथ पर एनटीपीसी खैरा थाना क्षेत्र के सुरार गांव के पास […]
आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे के लिए जाम की सड़क
पांच घंटे तक ठप रहा यातायात, वाहनों की लगी रही कतार
पुलिस के साथ हुई झड़प भी
हादसे के बाद आधे घंटे तक तड़पता रहा बालक नहीं मिल सका एंबुलेंस
नवीनगर : नवीनगर- बारुण मुख्य पथ पर एनटीपीसी खैरा थाना क्षेत्र के सुरार गांव के पास गुरुवार की सुबह एक अनियंत्रित ओवरलोडेड बालू लदे ट्रक की चपेट में आने से साइकिल सवार एक छात्र की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. मृतक छात्र सुरार गांव के हरेंद्र विश्वकर्मा का 14 वर्षीय बेटा राहुल कुमार बताया जा रहा है. इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे को लेकर सड़क जाम कर बवाल काटा, जिसके कारण लगभग पांच घंटे तक यातायात बाधित रही.
मझियांवा उच्च विद्यालय से नाम लिखवा कर लौट रहा था छात्रर्: मृतक छात्र राहुल मझियांवा उच्च विद्यालय के वर्ग नौ में अपना नाम दर्ज करा साइकिल से घर लौट रहा था. इसी दौरान पीछे से आ रहे ओवरलोडेड बालू लदे ट्रक ने कुचल दिया. घटना के बाद लगभग आधे घंटे तक छात्र सड़क पर ही छटपटाता रहा. ग्रामीणों ने एनटीपीसी के अधिकारियों से एंबुलेंस उपलब्ध कराने की गुहार लगायी, पर कंपनी द्वारा एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराया गया. इसी उधेड़बुन में लगभग आधे घंटे का समय बीत गया और छात्र की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो यदि समय पर इलाज कराया जाता, तो शायद उसकी जान बच सकती थी. घटना के बाद ग्रामीणों ने ट्रक व उसके चालक को पकड़ पिटाई शुरू कर दी. इसी बीच ग्रामीणों ने ही बीच-बचाव करते हुए चालक को भीड़ से अलग ले जाकर एक घर में बंद कर इसकी सूचना एनटीपीसी खैरा थानाध्यक्ष रंजीत कुमार को दी.
ट्रक चालक गया के शेरघाटी थाना क्षेत्र के कमात गांव का मदन कुमार बताया जा रहा है. घटना से आक्रोशित सैकड़ों लोगों ने सड़क जाम कर दिया व ट्रक का शीशा फोड़ डाला और टायर की हवा निकाल दी. सूचना मिलने पर एनटीपीसी खैरा थानाध्यक्ष रंजीत कुमार, बड़ेम ओपी प्रभारी चंद्रमौली वर्मा व नरारी थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार दल बल के साथ पहुंचे. इसके साथ ही बीडीओ पन्नालाल घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उग्र भीड़ कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थी. शव को सड़क पर ही रख लोग प्रदर्शन करते रहे. इसी बीच घंटों का समय बीतने व तेज धूप व ऊमस भरी गर्मी से परेशान आक्रोशित लाठी-डंडा व पत्थर लेकर पुलिसकर्मियों पर टूट पड़े, जिसमें बड़ेम ओपी प्रभारी चंद्रमौली वर्मा, खैरा थाना के एएसआई शिवकुमार व दो-तीन सैप जवानों को आंशिक चोटें भी आयीं. हालांकि स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं कुछ ग्रामीणों की पहल पर मामला तुरंत शांत हो गया.
पांच लाख मुआवजे की थी मांग
मृतक के परिजन पांच लाख रुपये मुआवजा की मांग और वरीय अधिकारियों को घटनास्थल पर बुलाने की मांग कर रहे थे. मुखिया प्रतिनिधि लाल गोविंद सिंह ने कबीर अंत्येष्टि के तहत तीन हजार सहित अपनी ओर से पांच हजार रुपये व बीडीओ पन्नालाल द्वारा राहत कोष से 20 हजार रुपये की राशि मुहैया कराये जाने की बात कही. इतना सब कुछ होने के बावजूद आक्रोशित लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. लोग दुर्घटना के बाद सरकार द्वारा मिलने वाले चार लाख रुपये की मांग पर अड़े थे. आक्रोशितों का कहना था कि ओवरलोडेड व अवैध बालू खनन के कारण नवीनगर प्रखंड क्षेत्र में लगातार घटनाएं हो रही हैं और पुलिस प्रशासन सब कुछ जान कर भी अनजान बना है. लोगों ने कहा कि बालू के अवैध धंधे से जुड़े वाहन काफी तेज गति से सड़क पर दौड़ते हैं, जिसके कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं और सड़कें भी जल्द टूट जाती हैं.
मशक्कत से शांत हुए लोग
सुबह 9:30 बजे हुई दुर्घटना के पांच घंटे बाद कड़ी मशक्कत के बाद मामला शांत हुआ. मुआवजा सहयोग राशि के अलावा सहयोग के रूप में एनटीपीसी खैरा थानाध्यक्ष रंजीत कुमार व बीडीओ पन्नालाल द्वारा बालू ठेकेदार व वाहन मालिक से बात कर एक-एक लाख रुपये और दिये जाने पर सहमति जतायी, तब जाकर बात बनी और शव को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद भेजा गया. इसके साथ ही 2:30 बजे से सामान्य यातायात बहाल हुआ. घटनास्थल पर मुखिया प्रतिनिधि लालगोविंद सिंह, रमेश सिंह, शिक्षक नेता धनंजय कुमार सिंह, अनूप कुमार, धीरेंद्र कुमार, इंद्रदेव विश्वकर्मा, राजेंद्र, रघुराज सिंह, भोला यादव, गुड्डू सिंह, अरुण सिंह, अनिल सिंह, मृत्युंजय सिंह व विनोद साव सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.