औरंगाबाद सदर : वैसे तो शहर के अधिकतर मुहल्लों में शाम के बाद अंधेरा पसरा रहता है, लेकिन श्रीकृष्ण नगर की बात ही निराली है. श्रीकृष्णनगर के ब्रह्मर्षि चौक के आसपास व दुर्गा मंडप के आसपास का इलाका शाम सात बजे के बाद अंधेरे के आगोश में समा जाता है. कचहरी वाले रोड के रास्ते शहर से एक किलोमीटर अंदर की ओर बसे इस मुहल्ले में कहीं भी स्ट्रीट लाइट नहीं लगवायी गयी है, जिसके कारण सड़कों पर अंधेरा छाया रहता है. वैसे इस मुहल्ले में छोटी-मोटी दुकानें भी हैं,
लेकिन लोग शाम के वक्त ही दैनिक उपयोग का सामान लेकर अपने-अपने घरों में चले आते हैं. रोशनी के अभाव में चोरी व छिनतई जैसी आपराधिक घटनाएं अक्सर मुहल्ले में होती हैं, लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि व प्रशासन को इन बातों से कोई लेना-देना नहीं है. लोगों ने कई बार मुहल्ले में लाइट लगवाने की मांग स्थानीय प्रतिनिधि व प्रशासन से की है, पर उनकी बातों को अनदेखा कर दिया गया है. करीब एक हजार की आबादी वाले इस बड़े क्षेत्र में सुविधाओं का घोर अभाव है. प्रशासनिक पदाधिकारियों का ध्यान भी इस मुहल्ले की ओर कम ही रहता है. दुर्गा मंडप पर पूजा करनेवाले श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह-शाम दोनों वक्त लगी रहती है, पर शाम में दीप जलाने वाली महिलाएं अंधेरे के भय से शाम ढलने से पहले ही मंदिर पर दीप जला कर अपने घर चली आती हैं.