गजनाधाम को 14 वर्ष के संघर्ष के बाद मिला राजकीय महोत्सव का दर्जा, हर साल 15 लाख रुपये देगी राज्य सरकार

औरंगाबाद : बिहार-झारखंड की सीमा और नवीनगर प्रखंड के अति पौराणिक धार्मिक व आध्यात्मिक गजनाधाम को अब कला व संस्कृति विभाग द्वारा पर्यटन के मानचित्र में शामिल कर लिया गया है. प्रतिवर्ष होनेवाले गजना महोत्सव को 15 लाख रुपये देने की घोषणा भी की है. गजना न्यास समिति के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने यह जानकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2018 10:35 AM

औरंगाबाद : बिहार-झारखंड की सीमा और नवीनगर प्रखंड के अति पौराणिक धार्मिक व आध्यात्मिक गजनाधाम को अब कला व संस्कृति विभाग द्वारा पर्यटन के मानचित्र में शामिल कर लिया गया है. प्रतिवर्ष होनेवाले गजना महोत्सव को 15 लाख रुपये देने की घोषणा भी की है. गजना न्यास समिति के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2004 से ही गजना न्यास समिति व जन सहयोग से प्रति वर्ष गजना महोत्सव का आयोजन करती आ रही है और महोत्सव की शुरुआत से ही इसे राजकीय महोत्सव का दर्जा देने की मांग की जाती रही थी, जो 14 वर्ष बाद पूरी हुई है.

विद्यार्थी ने बताया कि न्यास समिति के सचिव होने की हैसियत से उनके द्वारा हमेशा ही जिला प्रशासन कला व संस्कृति विभाग पर्यटन विभाग व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गजना महोत्सव को पर्यटन के मानचित्र में शामिल करने की मांग की जा रही थी. इस वर्ष भी अनुमंडल पदाधिकारी और जिलाधिकारी ने कला व संस्कृति वि भाग को पत्र लिखा था. वहीं, सचिव द्वारा लिखे गये पत्र पर संज्ञान लेते हुए तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र प्रसाद ने अपने पत्रांक द्वारा जिलाधिकारी को महोत्सव को राजकीय महोत्सव का दर्जा देने व राशि उपलब्ध कराने की अनुशंसा की थी. उक्त अनुशंसा के आलोक में जिलाधिकारी ने अपने पत्रांक द्वारा सचिव कला एवं संस्कृति वि भाग को गजना महोत्सव को राजकीय दर्जा देते हुए राशि उपलब्ध कराने की अनुशंसा की थी. उक्त पत्र के आलोक में कला संस्कृति मंत्री ने बताया कि महोत्सव को कैलेंडर में शामिल किया जा रहा है. इसके आयोजन के लिए प्रति वर्ष 15 लाख रुपये उपलब्ध कराये जायेंगे. पर्यटन के मानचित्र पर गजना महोत्सव के शामिल होने पर न्यास समिति के अवध बिहारी दास, रामप्रवेश सिंह, सत्यनारायण सिंह, डॉ रामनरेश मेहता, मिथिलेश सिंह, कर्मदेव रजवार ने अनुमंडल पदाधिकारी व जिलाधिकारी तथा कला संस्कृति वि भाग को धन्यवाद ज्ञापित किया है. समिति ने नवीनगर विधायक वीरेंद्र सिंह एवं महोत्सव आयोजन में योगदान देनेवाले सहयोगियों तथा आम नागरिकों के बहुमूल्य योगदान के प्रति भी आभार व्यक्त किया है.

Next Article

Exit mobile version