औरंगाबाद : राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘करे के बा, लड़े के बा और जीते के बा’. चुनाव नहीं चुनौती हैं. जो चुनाव हो रहा है, यह चुनाव देश और संविधान बचाने का चुनाव है. रांची में पिता से मिलने के लिए गया था. लेकिन, एक साजिश के तहत हमें मिलने नहीं दिया गया. लालू जी से मोदी और ‘चाचा’ डर के कारण उन्हें जेल में बंद कराया है, जिसे जनता देख रही है. जनता की अदालत में ना तारीख होता है, न समय होता है, सीधे फैसला होता है.
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में बेरोजगार युवाओं को ठगने का काम किया है. सृजन घोटाले में जेल से बचने के लिए डर से भाजपा में चले गये. वे बेईमान हैं. सब लोग एकजुट होकर देश और संविधान को बचाये. बाबा साहब के लिखे कानून को बंद कर नागपुरिया कानून लाना चाहते हैं. उन्होंने महागठबंधन उम्मीदवार उपेंद्र प्रसाद के पक्ष में वोट देने की अपील की. उन्होंने कहा कि मोदी जी दुबारा आये, तो नौकरी को समाप्त कर देंगे. नीतीश जी शराब बंदी नहीं किये हैं, बल्कि माफियाओं को शराब बेचने के लिए दे दिये हैं. उन्हें शराब बिक्री का कमीशन का पैसा मिलता है.
वहीं, जीतनराम मांझी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज जो गरीब के आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. उल्टी गंगा बह रही है. लालू प्रसाद को जेल में बंद कर दिया. सृजन घोटाले करनेवाले लोग खुले में घूम रहा है. नीतीश कुमार जनमत को धोखा देने करने के काम किया है. लालू को धोखा देकर भाजपा की गोद में बैठने का काम किया है. वहीं, औरंगाबाद की लाज को बचाने की जरूरत है. क्योंकि, 1952 से एक जाति का कब्जा है. इस बार उसे उखाड़ के फेंक देना है और गरीब अतिपिछड़ा को जीता कर संसद में भेजें. सभा में ‘चौकीदार चोर है’ का नारा भी लगवाया गया.