पुलिस की दबंगई, कारगिल शहीद के पिता को पीटा, थाने में दिया आवेदन

औरंगाबाद कार्यालय : जिस जवान ने देश के लिए शहादत दी,जिस पर देशवासियों को गर्व है उस शहीद जवान के पिता के साथ अगर जुल्म होता है तो यह बड़े ही शर्म की बात है. एक पिता ने देश के लिए अपने बेटे को खो दिया उसे अगर जिल्लत की जिंदगी नसीब हो तो मानवता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2019 8:26 AM

औरंगाबाद कार्यालय : जिस जवान ने देश के लिए शहादत दी,जिस पर देशवासियों को गर्व है उस शहीद जवान के पिता के साथ अगर जुल्म होता है तो यह बड़े ही शर्म की बात है. एक पिता ने देश के लिए अपने बेटे को खो दिया उसे अगर जिल्लत की जिंदगी नसीब हो तो मानवता नाम की चीज ही नहीं रह जाती है.

चार दिन पहले यानी चार जून को औरंगाबाद में कारगिल चौक पर आयोजित शहादत दिवस में जिस शहीद के पिता को जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने सम्मानित किया हो और चार दिन बाद उस पिता की पिटाई पुलिस के एक जिम्मेवार पदाधिकारी द्वारा की जाती हो तो ऐसी घटना समाज व प्रशासन के लिए एक बदनुमा दाग है.
पूरी घटना यह है कि रविवार की सुबह शहीद के पिता व रफीगंज शहर के चरकांवा महमुद निवासी नंदलाल प्रसाद गुप्ता अपनी बीमार पत्नी का इलाज कराने अपने वाहन से पटना जा रहे थे. रेलवे क्रॉसिंग के पास रफीगंज थाने के जमादार संजय कृष्ण वाहनों की जांच कर रह थे इसी दौरान शहीद के पिता भी वहां पहुंच गये.
इस दौरान उन्होंने अपना परिचय भी दिया, फिर भी डेढ़ घंटे तक पुलिस पदाधिकारी ने उनकी गाड़ी को खड़ा रखा,जिससे जाम लग गया. इसी बीच नंदलाल प्रसाद गुप्ता के ड्राइवर ने जमादार से कारण जाना तो उसकी पिटाई करने लगे. ड्राइवर को पिटता देख जब नंदलाल प्रसाद ने विरोध किया तो उनके साथ भी जमादार ने मारपीट की. इस घटना के बाद उन्होंने पटना की यात्रा को स्थगित दी और ड्राइवर के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रफीगंज पहुंच कर इलाज कराया व रफीगंज थानाध्यक्ष को घटना की सूचना दी.
नंदलाल प्रसाद गुप्ता ने थानाध्यक्ष को दिये आवेदन में कहा है कि वे एक प्रतिष्ठित व्यवसायी वर्ग से आते हैं. उनके पुत्र ने कारगिल में अपनी शहादत दी थी. शहीद के सम्मान में भारत सरकार ने उन्हें एचपी गैस एजेंसी दी थी ,जिसका संचालन उनके छोटे पुत्र शिवदयाल प्रसाद गुप्ता करते है. जमादार संजय कृष्ण द्वारा अपने पद व गरिमा का नाजायज तरीके से इस्तेमाल करते हुए ड्राइवर और उनके साथ मारपीट की.
इधर इस घटना पर औरंगाबाद व रफीगंज के व्यवसायियों ने दुख जताते हुए पुलिस अधीक्षक से जमादार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इधर एसपी दीपक वर्णवाल ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उन्हें घटना की सूचना मिली है. एसडीपीओ को जांच करने का निर्देश दिया गया है. जांच में स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी. इधर आरोपित जमादार संजय कृष्ण के मोबाइल नंबर 7870501026 पर पक्ष जानने का प्रयास किया तो कॉल रिसीव कर काट दिया.

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