पटना/औरंगाबाद : बिहार में गर्मी के इस मौसम में लू लगने से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर सोमवार को 78 हो गयी. आपदा प्रबंधन विभाग के नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में लू लगने से अबतक 78 लोगों की जान जा चुकी है. इनमें से औरंगाबाद जिले में 33, गया में 31 और नवादा में 12 और जमुई जिला में दो लोगों की मौत हुई है.वहीं, औरंगाबादमें आज मरीजों से मिलनेपहुंचे राजद के एक शिष्टमंडल ने कहा कि सरकार की लापरवाही से इतनी संख्या में लोगों की मौत हो रही है. इस दौरान औरंगाबाद में विरोध दर्ज कराते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को राजद नेताओं ने घेरलिया.जबकि, हम के नेताओं ने काला झंडा दिखाते हुए वापस जाने का नारा लगाया. मंत्री को काला झंडा दिखाए जाने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया.
#WATCH Bihar: Hindustani Awam Morcha & Jan Adhikar Party Loktantrik supporters show black flags to Bihar Health Minister, Mangal Pandey's convoy in Aurangabad. #Encephalitis pic.twitter.com/su5U1ZQ6ui
— ANI (@ANI) June 17, 2019
औरंगाबाद में राजद ने सरकार पर लगाया ये गंभीर आरोप
औरंगाबाद : औरंगाबाद में लगातार लू से हो रही मौत के बाद जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों की टीम सदर अस्पताल में लगातार पहुंच रही है. वहीं अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजनों से हालचाल ले रहे हैं. इसी क्रम में सोमवार को राजद का एक शिष्टमंडल सदर अस्पताल पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद के नेतृत्व में पहुंचा. इस दौरान अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजनों से मिलकर हालचाल जाना. टीम में शामिल जहानाबाद के विधायक सुदय सिंह, पूर्व सांसद राजेश मांझी, ओबरा विधायक वीरेंद्र कुमार सिन्हा, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, डॉ प्रकाश चंद्रा, जिलाध्यक्ष कौलेश्वर प्रसाद यादव, शंकर यादव, उदय यादव ,रवि कुमार सहित अन्य राजद नेता शामिल थे.
बिहार में चिकित्सकों की घोर कमी : पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद
इस दौरान राजनीति प्रसाद ने कहा कि पूरे बिहार में महामारी फैला हुआ है, लू लगने और चमकी बुखार से लगातार मौत हो रहा है. बावजूद बिहार के मुख्यमंत्री इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं. बल्कि एसी में बैठ कर सत्ता का सुख भोग रहे हैं. पूरे बिहार में अराजकता का माहौल कायम हो गया है. चिकित्सकों की घोर कमी है. अस्पताल में जरूरी दवाएं नहीं है. इस दिशा में मुख्यमंत्री कोई कदम नहीं उठा रहे हैं. जिसका जवाब बिहार की जनता उन्हें देगी वही राजद सड़क से लेकर सदन तक सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी.
आरोप लगाते हुए उन्होंने आगे कहा, औरंगाबाद में सबसे भयावह स्थिति है. अस्पताल में भर्ती मरीजों का सही तरीके से उपचार नहीं किया जा रहा है. चिकित्सक वार्ड में मरीजों का हालचाल नहीं ले रहे हैं. मैं सरकार से मांग करता हूं कि औरंगाबाद में जिस प्रकार से मौत हो रही है इसकी उच्चस्तरीय जांच करायी जाये.
मृतक के परिजनोंनेकी 10 लाख रुपये मुआवजे की मांग
वहीं, मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाये. तत्काल बाहर से विशेषज्ञ चिकित्सकों को भेजा जाए. बंद पड़े आईसीयू को चालू कराया जाए. डॉ प्रकाश चंद्रा ने कहा कि सोमवार को इलाज के अभाव में दाउदनगर के गुप्तेश्वर प्रसाद की मौत हो गयी क्योंकि के इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल दाउदनगर ले गये थे, लेकिन वहां पर समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण उसे सदर अस्पताल भेज दिया गया जहां उनकी मौत हो गयी. ऐसे में जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि मृतक के परिजन को मुआवजा देते हुए अस्पताल में चिकित्सकीय सुविधा बहाल किया जाये.
स्कूलों को आगामी 22 जून तक बंद रखने के निर्देश
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि मुहैया कराये जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. मौसम विभाग के पटना कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, राजधानी पटना में रविवार को अधिकतम तापमान 45.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस अधिक था. पटना शहर में रविवार को न्यूनतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. भीषण गर्मी को देखते हुए बिहार के सभी जिलों में सरकारी और गैर सरकारी स्कूल आगामी 22 जून तक बंद रखने के निर्देश दिये गये हैं.
बिहार शिक्षा परियोजना पर्षद के निदेशक संजय सिंह ने बताया कि इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों और जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिये जा चुके हैं. राज्य के अन्य जिलों गया, भागलपुर और पूर्णिया में रविवार को अधिकतम तापमान क्रमश: 44.0 डिग्री सेल्सियस, 41.0 डिग्री सेल्सियस और 36.2 डिग्री सेल्सियस रहा. गया, भागलपुर और पूर्णिया में रविवार को न्यूनतम तापमान क्रमश: 30.6 डिग्री सेल्सियस, 28.6 डिग्री सेल्सियस और 28.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.