साइकिल पर बैठ कर ननिहाल जा रही छात्रा को पिकअप ने रौंदा, मौत
हसपुरा थाना क्षेत्र के हसपुरा-पचरुखिया रोड में अहियापुर मोड़ के पास हुआ हादसा घटना के विरोध में गुस्साये परिजनों ने सड़क पर शव रख कर किया प्रदर्शन साइकिल से सोनहथू गांव में रहने वाले मामा से मिलने जा रही थी छात्रा हसपुरा : हसपुरा थाना क्षेत्र के हसपुरा-पचरुखिया रोड में अहियापुर मोड़ के पास सोमवार […]
- हसपुरा थाना क्षेत्र के हसपुरा-पचरुखिया रोड में अहियापुर मोड़ के पास हुआ हादसा
- घटना के विरोध में गुस्साये परिजनों ने सड़क पर शव रख कर किया प्रदर्शन
- साइकिल से सोनहथू गांव में रहने वाले मामा से मिलने जा रही थी छात्रा
हसपुरा : हसपुरा थाना क्षेत्र के हसपुरा-पचरुखिया रोड में अहियापुर मोड़ के पास सोमवार की सुबह एक साइकिल सवार छात्रा को तेज रफ्तार पिकअप ने रौंद दिया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. मृतका की पहचान चौरी गांव निवासी केदार सिंह की पुत्री पूजा कुमारी के रूप में हुई. वह पार्ट वन की छात्रा थी.
घटना से उग्र ग्रामीणों व मृतक के परिजनों ने घटनास्थल पर ही शव के साथ सड़क जाम कर दिया और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया. चार घंटे तक आक्रोशित ग्रामीण प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.
घटना की सूचना पर आक्रोशितों को समझाने गये बीडीओ अमरेश कुमार, सीओ सुमन कुमार व थानाध्यक्ष राजगृह प्रसाद को विरोध का सामना करना पड़ा. यूं कहे कि प्रशासनिक पदाधिकारियों को सड़क से आक्रोशितों को हटाने में मशक्कत का सामना करना पड़ा.
इस बीच, आक्रोशित वाहन चालक को गिरफ्तार करने के साथ मृतक के आश्रित को चार लाख रुपये मुआवजा व सड़क पर ठोकर बनाने की मांग करते रहे. इसी क्रम में जब प्रावधान के अनुसार पदाधिकारियों ने 20 हजार रुपये की मुआवजा राशि देने की कोशिश की, तो मृतका के परिजनों ने उसे ठुकरा दिया. आखिरकार चार घंटे बाद किसी तरह आक्रोशित शांत हुए, लेकिन पोस्टमार्टम कराने के बजाय शव परिजन चौरी गांव लेकर चले गये.
पता चला कि सोमवार को वह साइकिल से अपने ननिहाल व सोनहथू गांव के रहने वाले मामा नंदकिशोर सिंह मिलने जा रही थी. इसी क्रम में अहियापुर मोड़ के पास तेज रफ्तार से आ रही पिकअप ने उसे रौंद दिया. घटना की सूचना पर परिजन तुरंत पहुंचे और सड़क जाम कर दिया.