बिना निबंधन के नदियों में नहीं चलेंगी नावें

औरंगाबाद : बारिश व बाढ़ की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. बाढ़ आने से पहले तैयारियों को पूरा करने में प्रशासन जुट गया है. बरसात में बगैर निबंधित नाव जिले के किसी भी छोटी-बड़ी नदियों में नहीं चलेगी. अगर अनिबंधित नाव चलाया जाता है, तो संबंधित नाविक व घाट ठेकेदार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2019 7:32 AM

औरंगाबाद : बारिश व बाढ़ की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. बाढ़ आने से पहले तैयारियों को पूरा करने में प्रशासन जुट गया है. बरसात में बगैर निबंधित नाव जिले के किसी भी छोटी-बड़ी नदियों में नहीं चलेगी. अगर अनिबंधित नाव चलाया जाता है, तो संबंधित नाविक व घाट ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई होगी.

इसको लेकर डीएम राहुल रंजन महिवाल ने अधिकारियों की बैठक कर बाढ़ से पहले की तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि बगैर निबंधन के एक भी नाव का परिचालन नदी में नहीं होगा. यदि अनिबंधित नाव का परिचालन होता है, तो संचालक के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी.
डीएम ने कहा कि खतरनाक घाटों को चिह्नित कर वहां पर लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दें. यदि कोई घटना होती है, तो इसके लिए मुख्य रूप से सीओ व थानाध्यक्ष जवाबदेह होंगे. अलर्ट के दौरान अधिकारी पूरी सावधानी बरतें और वे अपने क्षेत्र में रहें.
वज्रपात से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी
जिले में बारिश को देखते हुए आसमान में चमकने वाली बिजली व वज्रपात से बचाव के लिए बिहार राज्य आपदा प्रबंधन के निर्देश पर जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने एडवाइजरी जारी किया है. इस दौरान उन्होंने कहा है कि अभी लगातार बारिश होने की उम्मीद बनी हुई है. इस दौरान आसमान में बिजली के चमकने, गरजने व कड़कने के दौरान सावधानियां बरतें.
यदि खुले हों तो शीघ्र किसी पक्के के मकान में चले जाएं. सफर के दौरान वाहन पर ही रहें. खिड़कियां, दरवाजे, बरामदे एवं छत से दूर रहें. बिजली के उपकरण तार से दूर रहें. तालाब व जलाशय से दूरी बनाकर रखें. समूह में नहीं रहे. यदि आप जंगल में हैं तो बौने एवं घने पेड़ों की शरण में जाएं. बाहर रहने पर धातु से बने वस्तुओं का उपयोग नहीं करें.
आसमानी बिजली के झटके से घायल होने पर तत्काल नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाएं. रेडियो एवं अन्य संचार साधनों से मौसम की जानकारी प्राप्त करते रहे. खेत-खलिहान में काम कर रहे हैं, तो सुरक्षित स्थान पर चले जाएं. बिजली व टेलीफोन के खंभों के समीप न रहें. ऊंची इमारत से दूर रहें. घर में हैं, तो पानी का नल, फ्रीज, टेलीफोन आदि को नहीं छुएं. ठनके के मसले में मृत्यु का तत्कालीन कारण ह्दयाघात है. इसके अलावा अन्य दिशा-निर्देश ग्रामीणों को दिया जा रहा है.

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