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देव में अर्घ के दौरान भगदड़, दो बच्चों की मौत, 30 घायल
देव (औरंगाबाद) : छठ महापर्व पर सूर्य नगरी देव में भारी भीड़ की वजह से हुई भगदड़ में दो बच्चों की मौत हो गयी, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गये. हालांकि प्रशासन ने भीड़ में दब कर दोनों की मौत होने की बात कही है. दरअसल शनिवार की शाम में अर्घ देने के […]
देव (औरंगाबाद) : छठ महापर्व पर सूर्य नगरी देव में भारी भीड़ की वजह से हुई भगदड़ में दो बच्चों की मौत हो गयी, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गये. हालांकि प्रशासन ने भीड़ में दब कर दोनों की मौत होने की बात कही है. दरअसल शनिवार की शाम में अर्घ देने के लिए भारी संख्या में लोग सूर्य कुंड के पास पहुंचे थे. अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने के बाद घर लौटने के क्रम में हादसा हुआ. गली में भारी भीड़ के कारण दो बच्चों की मौत हो गयी.
मृतकों में पटना जिले के पालीगंज थाना क्षेत्र के दहिया गांव निवासी कुमार इंद्र भूषण की छह वर्षीय पुत्री खुशी कुमारी और भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र के करबासी खैरा निवासी जीतन चौधरी के दो वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार शामिल हैं. इस घटना में अरवल जिले के इंग्लिश गांव निवासी सुशीला देवी, चंदा देवी, शोभा देवी सहित अन्य जगहों के लोग घायल हुए हैं. इन लोगों का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है.
इधर, डीएम राहुल रंजन महिवाल ने कहा कि परिजनों को मुआवजा राशि दी जायेगी. मामले की जांच की जा रही है. एसपी दीपक बरनवाल ने कहा कि मौत के पीछे दम घुटना कारण बताया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी. वैसे सदर बीडीओ प्रभाकर कुमार सिंह, नगर थानाध्यक्ष रवि भूषण की देखरेख में तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम के बाद दोनों शवों को परिजनों को सौंप दिया.
गुस्साये लोगों ने एंबुलेंस को तोड़ा, बाइक सवार सिपाहियों को दौड़ा कर पीटा घटना के बाद भीड़ आक्रोशित हो गयी और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में लगी एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त कर दिया. यही नहीं घटनास्थल के पास से खाना लेकर जा रहे दो सिपाही भी भीड़ के हत्थे चढ़ गये.
उग्र भीड़ ने बाइक सवार दोनों सिपाहियों को पकड़ लिया और पिटाई करनी शुरू कर दी. उनकी बाइक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. भीड़ के गुस्से को देखते हुए सिपाहियों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने दोनों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा.
मृतका के पिता ने कहा – भगदड़ मची और हमेशा के लिए हाथ से छूट गयी बेटी घटना की शिकार खुशी कुमारी के पिता कुमार इंद्रभूषण ने बताया कि सूर्यकुंड तालाब की ओर अपनी पत्नी व बेटी खुशी के साथ जा रहा था.
खुशी का हाथ पत्नी ने पकड़ रखा था. रास्ते में अचानक भगदड़ मच गयी. कुछ समझ पाता, तब तक बेटी खुशी पत्नी के हाथ से छूट गयी और फिर दब कर उसकी मौत हो गयी. हालांकि घायल मान कर बेटी को मेले में लगे स्वास्थ्य शिविर में ले गया, जहां से पीएचसी भेज दिया गया.
नाजुक हालत देख वहां से भी सदर हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया, जहां चिकित्सक ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया. वहीं, दूसरे मृत प्रिंस कुमार की मां सोनी देवी समेत सभी परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना की सूचना पाकर डीएम, एसपी तत्काल सदर हॉस्पिटल पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी.
भीड़ का दबाव बढ़ने से मची भगदड़
जानकारी के अनुसार, सूर्यकुंड तालाब पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने के लिए श्रद्धालुओं और व्रतियों की भीड़ का दबाव बढ़ता जा रहा था.
बरई बिगहा से कंवल तनुज मार्ग, बालापोखर चौरसिया नगर की ओर से आनेवाली भीड़ का दबाव सूर्यकुंड तालाब के उस मोड़ पर बढ़ गया, जहां से छठ व्रती और श्रद्धालु इसी दिशा से निकलने की कोशिश भी कर रहे थे. ऐसे में दबाव दोगुना हो गया. दोनों तरफ से हुई रस्सा-कसी ने भीड़ को इधर-उधर धकेलना शुरू कर दिया. आपसी धक्का-मुक्की के कारण भीड़ अनियंत्रित होने पर लोग एक-दूसरे को दबाने लगे.
उसी वक्त रेडक्रॉस की एंबुलेंस भीड़ में घुस आयी, जिसे देखते ही श्रद्धालु आक्रोशित हो गये और एंबुलेंस पर टूट पड़े. एंबुलेंस पर हुए हमले को देख कर व्रती और श्रद्धालु भागने लगे, जिसके कारण यह घटना हुई. भीड़ ने सिपाहियों को पीटने के बाद उनकी बाइक को भी तोड़ दिया गया, जबकि कई दुकानों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.
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