जाली आवासीय प्रमाणपत्र के साथ पकड़े गये दो युवक
औरंगाबाद (नगर) : सेना बहाली रैली के अंतिम दिन दो युवकों को जाली आवासीय प्रमाणपत्र के साथ पकड़ा गया है. दोनों युवक जमुई जिले के गोखुला गांव के रहने वाले हैं. दौड़, बीम, लंबाई निकालने के बाद जब इन युवकों का दस्तावेज का जांच किया जा रहा था, तो सेना के अधिकारी को आवासीय प्रमाणपत्र […]
औरंगाबाद (नगर) : सेना बहाली रैली के अंतिम दिन दो युवकों को जाली आवासीय प्रमाणपत्र के साथ पकड़ा गया है. दोनों युवक जमुई जिले के गोखुला गांव के रहने वाले हैं. दौड़, बीम, लंबाई निकालने के बाद जब इन युवकों का दस्तावेज का जांच किया जा रहा था, तो सेना के अधिकारी को आवासीय प्रमाणपत्र पर शंका हुआ.
पहले अधिकारियों ने दोनों युवक को बुलाया और एक दूसरे को पहचान करने की बात कही, लेकिन दोनों युवक एक दूसरे को नहीं पहचान सके. इस पर अधिकारी को और गंभीर शंका हुई और कहा कि एक ही गांव के रहने वाले हो और एक दूसरे को नहीं पहचानते ये क्या मामला है.
दोनों युवक चुप हो गये. जब युवक का आवासीय प्रमाणपत्र दिये गये नंबर से इंटरनेट के माध्यम से जांच किया गया, तो पता चला कि जो सुमित कुमार, पिता मदन सिंह, ग्राम गोखुला जिला जमुई का आवासीय लेकर आया है वह मोज्जमिल मकसूद, पिता मो मकसूद आलम, ग्राम मोगलाखार, जिला नवादा के नाम से बना है.
जब दूसरा व्यक्ति दीपक कुमार कश्यप, पिता बैजू प्रसाद निवासी गोखुला का आवासीय पर दिये गये नंबर का जांच किया गया तो इंटरनेट के माध्यम से मालूम हुआ कि इस नंबर का आवासीय अंजली कुमारी, पिता नगीना प्रसाद, निवासी भरोसा, जिला नवादा के नाम से निर्गत किया गया है.
जांच किये जाने के बाद जब दोनों का आवासीय फर्जी पाया गया, तो इसकी सूचना सेना के अधिकारी ने बहाली ले रहे गया के कर्नल दिनेश कुमार दास को दी. कर्नल ने गंभीरता पूर्वक आवासीय का जांच किया, तो स्पष्ट हुआ कि आवासीय सही में फर्जी है. कर्नल ने दोनों के ओरिजिनल सर्टिफिकेट को जब्त करते हुए सेना बहाली से बाहर कर दिया.
कर्नल श्री दास ने बताया कि दोनों युवक जाली आवासीय बना कर आये थे.जब कंप्यूटर से मिलान किया तो गलत पाया गया. इन दोनों युवकों पर कार्रवाई की जा रही है. साथ ही मूल दस्तावेज को जब्त कर लिया गया है.