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बिजली के शार्ट सर्किट से बलिया में 20 बीघा से अधिक में लगी गेहूं की फसल जली

आग बेहद तेजी से एक के बाद दूसरे खेतों में फैलती गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | April 17, 2024 10:08 PM

औरंगाबाद. कुटुंबा प्रखंड अंतर्गत अंबा थाना क्षेत्र के बलिया गांव के बधार में लगी गेहूं की फसल में आग लग गयी. घटना बुधवार की दोपहर में घटी है. इस अगलगी की घटना में एक दर्जन से अधिक खेतिहरों का अरमान जलकर राख हो गया. बताया जाता है कि गांव के बाजार से होकर 11000 वोल्ट का तार गुजरा है, जो रामपुर गांव तक जाता है. बुधवार की दोपहर शॉर्ट सर्किट होने से गांव के राम पूजन सिंह के खेत में लगी गेहूं की फसल में पहले आग लग गई, जो तेजी से फैलते हुए कई किसानों का फसल नष्ट कर दिया. किसानों ने खेत से अचानक आसमान की ओर धुआं उठते देखा तो बड़ी संख्या मे लोग वहां इक्ट्ठा हो गये और बुझाने का भरपूर प्रयास किया. आग बेहद तेजी से एक के बाद दूसरे खेतों में फैलती गयी. इस क्रम में ग्रामीणों ने अंबा थाने की पुलिस व फायर ब्रिगेड टीम को फोन पर सूचना दी, परंतु फायर ब्रिगेड की टीम नहीं पहुंची. हालांकि, घटना की जानकारी मिलते के साथ ही अंबा थानाध्यक्ष ने नेतृत्व में पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंची परंतु फायर ब्रिगेड नहीं पहुंचने से आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें वापस भेज दिया. जानकारी के अनुसार अगलगी की घटना में करीब 20 बीघा से उपर गेंहू की फसल जलकर राख हो गयी. इन किसानों पर टूटा कहर अगलगी की इस घटना में उक्त गांव के एक दर्जन से अधिक अन्नदाताओं पर कहर टूटा है. जिन किसानों के गेहूं की फसल जली है, उनमें उक्त गांव के महेंद्र सिंह, जोगेंद्र सिंह उर्फ लल्लू सिंह, विश्वनाथ सिंह, रणविजय सिंह, जितेंद्र सिंह, राम पूजन सिंह, सोनू सिंह, अनिल सिंह, उमेश सिंह, धीरेंद्र सिंह, वीरेंद्र नाथ सिंह, पवन सिंह, शंभू शरण सिंह, नागेश्वर सिंह आदि का नाम शामिल है. विदित है कि मंगलवार को बारुण थानाक्षेत्र के हाथीखाप व टंडवा थानाक्षेत्र के गजना के बधार में आग लगी थी. जिससे लाखों का गेहूं जल गया है. क्या जानकारी देते हैं अफसर सीओ चंद्रप्रकाश ने बताया कि अगलगी की घटना में तकरीबन 15 बीघा किसानों के गेहूं फसल जली है. शॉर्ट सर्किट से आग लगने की सूचना प्राप्त हो रही है. सूचना मिलते ही राजस्व कर्मचारी रघुनंदन कुमार को भेजकर आकलन कराया गया है. राजस्व कर्मचारी भूमि से संबंधित प्रतिवेदन तैयार कर घटना से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट देंगे. राजस्व कर्मचारी की रिपोर्ट के आधार पर राजकीय प्रावधानों के अनुरूप किसानों को आपदा के तहत मुआवजे की राशि उपलब्ध कराई जायेगी.

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