प्रति हेक्टेयर 24 क्विंटल गेहूं का उत्पादन का प्राप्त हुआ लक्ष्य
प्लॉट संख्या 881 में खड़ी फसल की कटायी करायी गयी.
औरंगाबाद/कुटुंबा. सदर प्रखंड क्षेत्र के फेसर गांव के बधार में मंगलवार को सीसीई एग्रीकल्चर एप के तहत गेहूं फसल की क्रॉप कटिंग कराकर उत्पादन का आक्कलन किया गया. इस दौरान जिला सांख्यिकी पदाधिकारी मोती लाल दिनकर व एसएसओ ब्रजेंद्र कुमार सिंह आदि मौजूद रहे. अधिकारियों ने उक्त गांव के किसान दीपक कुमार सिंह के प्लॉट संख्या 881 में खड़ी फसल की कटायी करायी गयी. गेहूं फसल की कटाई के तुरंत पश्चात डंठल का थ्रेसिंग कराकर फसल की उपज का वजन कराया. अधिकारियों ने बताया कि क्रॉप कटिंग के माध्यम से उपज का औसतन अनुभव प्राप्त किया गया. क्रॉप कटिंग के आधार पर खेत में 10 मीटर लंबाई एवं पांच मीटर चौड़ाई यानि 50 वर्ग मीटर आयताकार प्रयोगात्मक खंड का निर्धारण किया गया. इस खंड में लगे गेहूं की फसल की कटाई की गयी. कटाई के पश्चात गेहूं के हरे दाने का वजन 12.090 किलोग्राम हुआ. इस आधार पर प्रति हेक्टेयर गेहूं के उत्पादन 24 प्रति क्विंटल प्रति हेक्टेयर फसल की उपज आंकी गयी. इससे यह क्लियर हो जाता है जिले कि कितना खाद्यान्न जरूरत है और कितना बाहर भेजना है तो कितना खाद्यान्न मंगाना पड़ सकता है. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिहार राज्य प्रधानमंत्री फसल सहायता योजना के अंतर्गत विमित फसलों के क्षतिपूर्ति के निर्धारण एवं उत्पादकता दर को ज्ञात करने के लिए खरीफ और रबी मौसम में फसलों का क्रॉप कटिंग कराया जाता है. मौके पर किसान सलाहकार जीतेंद्र कुमार व अन्य ग्रामीण मौजूद रहे. विदित हो कि जिले के सभी पंचायतों में चना व गेहूं फसल की क्रॉप कटिंग कर अनुमानित उपज आकलन की जा रही है. डीएसओ ने बताया कि क्रॉप कटिंग के लिए जिले के विभिन्न पंचायतों में रैंडम विधि से 1050 प्लांट चिह्नित किया गया है.बारी-बारी से सभी प्लांटो में क्रॉप कटिंग कराई जा रही है.