वाम मोरचा दो को करेगी मुख्यमंत्री का घेराव
(फोटो नंबर-4)परिचय-आमसभा को मौजूद संयुक्त वाम मोरचा के कार्यकर्ता.रफीगंज (औरंगाबाद). कासमा बाजार में संयुक्त वाम मोरचा के बैनर तले राज्य के विभिन्न जेलों में चल रहे बंदी आंदोलन के समर्थन में आमसभा की गयी. इसकी अध्यक्षता एलके बिंदु ने की. मोरचा के संस्थापक आलोक कुमार ने कहा कि पहले हमें अंगरेजों से लड़ना पड़ा था. […]
(फोटो नंबर-4)परिचय-आमसभा को मौजूद संयुक्त वाम मोरचा के कार्यकर्ता.रफीगंज (औरंगाबाद). कासमा बाजार में संयुक्त वाम मोरचा के बैनर तले राज्य के विभिन्न जेलों में चल रहे बंदी आंदोलन के समर्थन में आमसभा की गयी. इसकी अध्यक्षता एलके बिंदु ने की. मोरचा के संस्थापक आलोक कुमार ने कहा कि पहले हमें अंगरेजों से लड़ना पड़ा था. लेकिन, अब देश के लुटेरों दलालों, तानाशाहों व फांसीवादी सरकार के दमन के खिलाफ लड़ना पड़ रहा है. सात नवंबर से राज्य के विभिन्न जेलों में बंदी आंदोलन कर रहे हैं. इरोम शर्मिला पिछले 14 वर्षों से अनशन कर रही है, लेकिन सरकार व राजनीतिक दलों के नेता व जनप्रतिनिधि चुप हैं. आंदोलनकारी बंदियों की आवाज व मांगों जेल में ही दबाने का प्रयास सरकार व प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 अ की धज्जियां उड़ायी जा रही है. सुनील कुमार ने दो फरवरी को जेल में बंदियों की मांगों के समर्थन में आम जनता से पटना में मुख्यमंत्री के घेराव को सफल बनाने की अपील की है. मौके पर संतोष उपाध्याय, डीके यादव, बसंती देवी, सुधीर कुमार मिश्रा, रामनरेश यादव, सरदार यादव, अनिल व्यास व मोहम्मद शमीम अंसारी सहित अन्य लोग मौजूद थे.