कुहासा आक्रामक, धूप बेअसर

औरंगाबाद में रविवार को सीजन का रहा सबसे अधिक ठंड औरंगाबाद कार्यालय : ठंड का प्रकोप बढ़ते जा रहा है. शनिवार की रात शीतलहर वाली रात रही और रविवार की दोपहर पर कुहासे की चादर से लोग घरों में दुबके रहे. लोगों का मानना है कि इस वर्ष की सबसे ठंड वाली रात थी और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2014 7:12 AM
औरंगाबाद में रविवार को सीजन का रहा सबसे अधिक ठंड
औरंगाबाद कार्यालय : ठंड का प्रकोप बढ़ते जा रहा है. शनिवार की रात शीतलहर वाली रात रही और रविवार की दोपहर पर कुहासे की चादर से लोग घरों में दुबके रहे. लोगों का मानना है कि इस वर्ष की सबसे ठंड वाली रात थी और सबसे ठंडक वाला दिन भी रविवार था.
वैसे शनिवार की शाम पांच बजे से ही शीतलहर चल रही थी. तेज पछुआ हवाओं ने अचानक अपना ऐसा प्रकोप दिखाया कि लोग घर लौटने के लिए मजबूर हो गये. शाम सात बजते-बजते तो सड़कों पर कुछ ही लोग चलते हुए दिखायी दे रहे थे. चौक-चौराहे पर जिला प्रशासन द्वारा जलाये गये अलाव को लोग इस तरह से घेर कर बैठे थे कि जैसे वहां पर कोई खेल या तमाशा हो रहा हो. हालांकि जो अलाव की व्यवस्था की गयी है, वह पर्याप्त नहीं थी. लेकिन संतुष्टि के लिए वह काफी था.
रविवार की सुबह आसमान साफ था. सूर्य को उदय होते हुए भी लोगों ने देखा लेकिन इसके कुछ ही मिनट बाद कुहासा दिखायी देने लगा. धीरे-धीरे यह पूरी तरह चादर की तरह छा गयी. 10-15 फुट पर भी खड़े कोई व्यक्ति का चेहरा दिखायी नहीं दे रहा था. लोग इस बात से चकित थे कि रात में कुहासा गिरने वाली दिन में कैसे छा गयी है. लगभग 11 बजे के करीब कुहासे की चादर कुछ कमी तो तब जाकर सूर्य निकले और लोगों ने राहत की सांस ली.

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