सुबह आठ बजे से 252 कर्मी करेंगे नौ लाख मतों की गिनती
मतगणना की तैयारी पूरी, शीघ्र परिणाम घोषणा का लक्ष्य
औरंगाबाद शहर. औरंगाबाद लोकसभा चुनाव का फैसला मंगलवार को होगा. प्रशासन द्वारा मतगणना की सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शहर के सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में मतगणना होगी. सुबह आठ बजे से 252 कर्मी लगभग नौ लाख मतों की गिनती करेंगे. औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में छह विधानसभा हैं. सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए 14-14 टेबल बनाये गये हैं, जहां मतगणना का कार्य किया जायेगा. प्रत्येक टेबल पर तीन-तीन कर्मी तैनात होंगे. इसमें एक काउंटिंग असिस्टेंट, एक काउंटिंग सुपरवाइजर और एक माइक्रोऑब्जर्वर शामिल हैं. हालांकि, मतगणना कार्य के लिए रिजर्व समेत 372 कर्मियों को लगाया गया है. विधानसभावार टेबल के अलावा एआरओ के लिए भी दो टेबल बनाये गये हैं. जहां तीन-तीन कर्मी प्रतिनियुक्त किये गये हैं, जो प्रपत्र भरने का कार्य करेंगे. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि मतगणना स्थल के इर्द-गिर्द धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है और सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये हैं. सिन्हा कॉलेज मोड़ से ही मतगणना स्थल जाने वाली सड़क पर सभी वाहनों के प्रवेश पर रोक रहेगी. मतगणना कक्ष में मोबाइल लेने जाने पर प्रतिबंध रहेगा. मतगणना स्थल की सुरक्षा को लेकर बहुस्तरीय व्यवस्था की गई है. इधर, पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम के निर्देश पर मतगणना को लेकर दंगा नियंत्रण ड्रिल का पूर्व अभ्यास कराया गया. कर्मा रोड स्थित पुलिस लाइन मैदान में दंगा नियंत्रण दल के पुलिस बलों का हवाई फायरिंग से लेकर अन्य तरह का पूर्वाभ्यास कराया गया. 17 हजार हैं पोस्टल बैलेट व ई-पोस्टल बैलेट सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गणना होगी. लगभग 17 हजार पोस्टल बैलेट व ई-पोस्टल बैलेट की संख्या है. सुबह आठ बजे से मतगणना का कार्य प्रारंभ होते ही पोस्टल बैलेट और ई-पोस्टल बैलेट की गिनती की जायेगी. इसके बाद ऑब्जर्वर व प्रत्याशियों की उपस्थिति में बज्रगृह का सील खोला जायेगा और फिर इवीएम की मतगणना का कार्य कराया जायेगा. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी द्वारा लगातार मतगणना की तैयारियों पर नजर रखी जा रही है और आवश्यक निर्देश दिया गया है. रैंडमाइजेशन से टेबल पर कर्मियों की तैनाती मतगणना कार्य में लगाये गये कर्मियों की टेबल पर तैनाती रैंडमाइजेशन से की जायेगी. मतगणना कार्य में कर्मियों को पूर्व से कोई जानकारी नहीं है कि किस विधानसभा क्षेत्र के लिए बनाये गये टेबल पर उनकी ड्यूटी लगेगी. सुबह में मतगणना कर्मियों का रैंडमाइजेशन होगा. इसके बाद ही उन्हें यह जानकारी होगी कि किस विधानसभा क्षेत्र के किस टेबल पर मतों की गिनती कार्य में वे लगेंगे. सभी मतगणना कर्मियों का पास बनाया गया है, जिससे उन्हें मतगणना स्थल पर इंट्री मिलेगी और वे अपना योगदान देंगे. माइक्रोऑब्जर्वर करेंगे रैंडमली दो टेबल के वोटों का मिलान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के एक टेबल माइक्रोऑब्जर्वर का होगा. ये माइक्रोऑब्जर्वर अपने ऑब्जर्वर के अनुसार रैंडमली दो टेबल के वोटों की गिनती करते हुए उसका पुन: मिलान करेंगे. इसी तरह वीवीपैट के पर्ची का भी मिलान होगा. प्रत्येक विधानसभा में लॉटरी के माध्यम से मतदान केंद्रों के पांच वीवीपैट के पर्चियों की गिनती कर मिलान किया जायेगा. गाइडलाइन से अवगत हुए मतगणना कर्मी जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के निर्देश के आलोक में औरंगाबाद लोकसभा संसदीय क्षेत्र की मतगणना को लेकर नगर भवन के सभागार में पोस्टल बैलेट मतगणना को लेकर काउंटिंग असिस्टेंट, काउंटिंग सुपरवाइजर व माइक्रो ऑब्जर्वर को प्रशिक्षण दिया गया. सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में मतगणना के लिए प्रशासन की ओर से युद्धस्तर पर तैयारियां की गयी है. वोटों की गिनती में किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसके लिए कर्मियों को आयोग की गाइडलाइन से अवगत कराया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रशिक्षण कोषांग के नोडल पदाधिकारी सच्चिदानंद सुमन ने किया. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में जो बातें बताई जा रही है, इसका अनुपालन सुनिश्चित करेंगे. कोई भी कार्य अपनी मर्जी से नहीं करना है. भारत निर्वाचन आयोग की ओर से मतगणना को लेकर जारी दिशा-निर्दशों का अक्षरशः आनुपालन करेंगे. उन्होंने क्रमवार पोस्टल बैलेट की गणना के लिए विस्तारपूर्वक जानकारी दी. पोस्टल बैलेट पेपर खोलने व विभिन्न प्रपत्रों के संबंध में विस्तार से बताया. कर्मियों को विस्तार से इटीपीबीएस एवं पोस्टल बैलेट के मतों की गणना की जानकारी दी. उनके द्वारा बताया गया कि सुबह आठ बजे पोस्टल बैलेट के माध्यम से प्राप्त मतों की गणना प्रारंभ होगी. कार्य व दायित्व का कराया गया बोध काउंटिंग असिस्टेंट, काउंटिंग सुपरवाइजर एवं माइक्रो ऑब्जर्वर का क्या कार्य और क्या दायित्व हैं, इसके संबंध में विस्तार से बताया. कहा कि पोस्टल बैलेट मतगणना को लेकर केंद्र में हॉल बनाया गया है. कहीं से कोई चूक नहीं होनी चाहिए. उनके द्वारा पोस्टल बैलट के फॉर्म 13ए, बी, सी को स्कैन एवं बारकोड स्कैन कर मतगणना करने एवं पोस्टल बैलट मत को वैध एवं अवैध मत को अलग करने के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया. साथ में यह भी बताया बताया गया कि किस परिस्थिति में पोस्टल बैलट को अवैध घोषित किया जाना है. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी कोषांगों के नोडल पदाधिकारी एवं वरीय पदाधिकारी, प्रशिक्षण कार्य में लगे सभी कर्मियों के अतिरिक्त जिला स्तरीय अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
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