स्कूलों के भवन नहीं रहने से बच्चे परेशान
हसपुरा (औरंगाबाद): सरकार चाहे लाख दावा शिक्षा की गुणवत्ता पर करे, पर प्रखंड के हरदयाल बिगहा, आजाद बिगहा, मनपुरा जैसे सुदूर गांवों में अब भी प्राथमिक विद्यालय भवनविहीन है. इन विद्यालयों के बच्चों को दूसरे विद्यालय में शिफ्ट किया गया है. दूसरे विद्यालयों में बच्चों को शिफ्ट करने से पढ़ने जाने में स्कूल का दूरी […]
हसपुरा (औरंगाबाद): सरकार चाहे लाख दावा शिक्षा की गुणवत्ता पर करे, पर प्रखंड के हरदयाल बिगहा, आजाद बिगहा, मनपुरा जैसे सुदूर गांवों में अब भी प्राथमिक विद्यालय भवनविहीन है.
इन विद्यालयों के बच्चों को दूसरे विद्यालय में शिफ्ट किया गया है. दूसरे विद्यालयों में बच्चों को शिफ्ट करने से पढ़ने जाने में स्कूल का दूरी अधिक होने से परेशानियां नन्हे मुन्हें बच्चों की बढ़ गयी है. हरदयाल बिगहा प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ज्योति नारायण सिंह ने बताया है कि मध्य विद्यालय गहना में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिफ्ट तो कर दिया गया, लेकिन बच्चों की दूरी को नहीं देखा गया. अधिकतर बच्चे नन्हें -मुन्हें हैं. गहना गांव स्थित उर्दू विद्यालय हरदयाल बिगहा से नजदीक है.
उर्दू विद्यालय में शिफ्ट करने से बच्चों की परेशानी कम होती. ग्रामीण बताते हैं की सरकारी स्तर पर विद्यालय की जमीन के लिए कभी प्रयास नहीं किया गया. गांव में कई जगहों पर गैरमजरूआ जमीन है. अधिकारियों के प्रयास से जमीन उपलब्ध हो जाता और भवन का निर्माण हो जाता.